दो पुलिसकर्मियों ने युवक को थाने में बनाया बंधक
दिल्ली पुलिस को देश की सबसे हाइटैक पुलिस कहा जाता है। लेकिन दिल्ली पुलिस के एक हवलदार व सिपाही की करतूत ने पूरे पुलिस महकमे की साख को मिट्टी में मिला दिया है। न्यू उस्मानपुर थाने में तैनात दोनों पुलिसकर्मियों ने अपने तीन मुखबिरों के साथ मिलकर नंद नगरी के रहने वाले एक युवक को पहले अगवा किया और उसे थाने के एक कमरे में बंधक बना लिया। युवक को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर परिवार से उसकी रिहाई के लिए एक लाख रुपये मांगे। पीड़ित परिवार ने आनन फानन में नंद नगरी थाने में इसकी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने ही युवक को थाने से सकुशल छुड़ाया। आरोपितों के खिलाफ जबरन वसूली, बंधक बनाने, अपराधिक षडयंत्र रचने का मामला दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : दिल्ली पुलिस के एक हवलदार व सिपाही की करतूत ने पूरे पुलिस महकमे की साख को मिट्टी में मिलाने का काम किया है। न्यू उस्मानपुर थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने तीन मुखबिरों के साथ युवक को अगवा किया और उसे बुरी तरह पीटने के बाद थाने के एक कमरे में बंधक बना लिया। युवक को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे परिवार से फिरौती मांगी गई। पीड़ित परिजनों ने नंद नगरी थाने में इसकी शिकायत की। पुलिस ने युवक को थाने से सकुशल छुड़ा लिया है।
हवलदार जितेंद्र दत्त शर्मा व सिपाही मोहित मलिक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। मुखबिरों की पहचान अतहर हसन, इश्तिकार व विजय कुमार के रूप में हुई है। आरोपितों के खिलाफ जबरन वसूली, बंधक बनाने, आपराधिक षड्यंत्र रचने का मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से वे जेल भेज दिए गए हैं। थाना प्रभारी और ड्यूटी ऑफिसर की भूमिका को संदिग्ध पाकर उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।