एनएसएस के वालंटियर करते हैं समाज का निर्माण : जीके अरोड़ा
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के वालंटियर सशक्त समाज का निर्माण करते हैं। जब भी कोई आपदा या किसी भी तरह की परेशानी समाज में आती है तो वालंटियर अपना सब काम छोड़कर मदद के लिए दौड़ पड़ते हैं। उनसे इस तरह के काम करने के लिए कोई कहता नहीं है, वह खुद अपनी स्वयं इच्छा से इस काम को करते हैं। अपना देश आदर्शों का देश है, यहां छोटे से छोटे बच्चे को भी यही सीखाया जाता है कि हमेशा दूसरे लोगों की मदद करों। भारतीय जब भी किसी को परेशानी में देखते हैं, तो बिना देरी किए उसकी मदद के लिए तैयार हो जाते हैं।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के वालंटियर सशक्त समाज का निर्माण करते हैं। जब भी कोई आपदा या किसी भी तरह की परेशानी समाज में आती है तो वालंटियर अपना सब काम छोड़कर मदद के लिए दौड़ पड़ते हैं। उनसे इस तरह के काम करने के लिए कोई कहता नहीं है, वे खुद अपनी इच्छा से इस काम को करते हैं। अपना देश आदर्शो का देश है। यहां छोटे से छोटे बच्चे को भी यही सिखाया जाता है कि हमेशा दूसरे लोगों की मदद करो। भारतीय जब भी किसी को परेशानी में देखते हैं तो बिना देरी किए उसकी मदद के लिए तैयार हो जाते हैं।
यह बात डॉ. भीमराव अंबेडकर कॉलेज के प्राचार्य डॉ.जीके अरोड़ा ने राष्ट्रीय सेवा योजना(एनएसएस) की ओर से कॉलेज में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप समाज से जुड़े हैं और अच्छे और नए समाज का निर्माण कर रहे हैं। एनएसएस अध्यक्ष सत्यम कुमार शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य एनएसएस वालंटियर्स को प्रेरित करना है। एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. अवतार ¨सह ने एनएसएस के इतिहास के बारे बताया कि 1969 में इसकी स्थापना हुई थी। आज भारत में एनएसएस वालंटियर्स में प्रथम स्थान पर है, देशभर में 30 लाख से ज्यादा एनएसएस वालंटियर्स हैं। प्राचार्य ने एनएसएस के अध्यक्ष सत्यम, उपाध्यक्ष भारत, सचिव हर्षिता, पुष्पेंद्र, भारती, मृदुला व नरगिस आदि को एनएसएस का बैच देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष दीपांशु श्रीवास्तव, सॉफ्टबॉल के राष्ट्रीय खिलाड़ी नरेंद्र कुमार हुड्डा विशेष रूप से मौजूद थे।