वरिष्ठ आइएएस के खिलाफ दानिक्स अधिकारी लामबंद
-जिला अधिकारियों (डीएम) को परीक्षा केंद्रों का इंचार्ज बनाए जाने को लेकर विवाद फोटो
By JagranEdited By: Updated: Sun, 02 Sep 2018 08:57 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
दिल्ली सरकार में विवादों के बीच एक और विवाद शुरू हो गया है। सरकार में वरिष्ठ आइएएस अधिकारी गीतांजलि गुप्ता के खिलाफ दानिक्स (दिल्ली अंडमान एंड निकोबार, आइसलैंड सिविल सर्विस) अधिकारी लामबंद हो गए हैं। माहौल की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने मंगलवार को दानिक्स अधिकारियों की बैठक बुलाई है। दानिक्स अधिकारियों ने कहा है कि मुख्य सचिव स्तर पर मामले का समाधान नहीं निकला तो वह उपराज्यपाल के पास जाएंगे और आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। मामला वरिष्ठ दानिक्स अधिकारियों को डीएसएसएसबी (दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड) द्वारा आयोजित हो रहीं शिक्षकों की परीक्षाओं में सेंटर इंचार्ज बना देने का है। इन दानिक्स अधिकारियों में चार जिला अधिकारी (डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट) भी शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि जिला अधिकारी पूरे जिले का इंचार्ज होता है उन्हें एक परीक्षा केंद्र का इंचार्ज कैसे बनाया जा सकता है। यह सरासर गलत है। परीक्षा केंद्र इंचार्ज की जिम्मेदारी सेक्शन अधिकारी स्तर को दी जाती है। पिछले 22 साल से इसी स्तर के अधिकारी इसके लिए लगाए जाते रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि गत दिनों दिल्ली सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित विभाग प्रमुखों की बैठक में यह मुद्दा उठा था। जिस पर मुख्य सचिव ने इसे ठीक करने का आश्वासन दिया था। मगर बैठक में मौजूद गीताजलि गुप्ता ने इसे मानने से इन्कार कर दिया। दानिक्स अधिकारियों का कहना है कि उनकी बात को मुख्य सचिव ने भी हल्के में लिया है। अन्यथा ऐसा कैसे हो सकता है कि मुख्य सचिव की बात को एक सचिव मानने से इन्कार कर दे। उनका कहना है कि यह उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास है। डीएसएसएसबी को 22 साल हो गए हैं। इस तरह से किसी डीएम को परीक्षा केंद्र का इंचार्ज नहीं बनाया गया है। बता दें कि गीतांजलि गुप्ता दिल्ली सरकार में सेवाएं विभाग की सचिव हैं तथा डीएसएसएसबी की चेयरमैन भी हैं। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर इंचार्ज के तौर पर जिन दानिक्स अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है उनमें चार जिला अधिकारी भी शामिल हैं। इनमें शशि कौशल, के.महेश, डॉ. पूजा जोशी व मो.अहसान आबिद भी शामिल हैं।
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