SSC पेपर लीक: CBI जांच पर अड़े प्रदर्शनकारियों से मिले दिल्ली प्रदेश BJP अध्यक्ष मनोज तिवारी
SSC परीक्षा पेपर लीक मामले की सीबीआइ जांच कराए जाने का मामला गरमाता जा रहा है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) परीक्षा पेपर लीक मामले की सीबीआइ जांच कराए जाने का मामला गरमाता जा रहा है। शनिवार को दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की। दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने छात्रों को सकारात्मक अाश्वासन दिया है।
सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के मुख्यालय पर परीक्षा पेपर लीक होने के मामले के आरोप को लेकर अभ्यर्थियों का बृहस्पतिवार को भी प्रदर्शन जारी रहा। यहां पर अभ्यर्थी परीक्षा लीक मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग को लेकर मंगलवार से मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी यहां पर जुटे और एसएससी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
अभ्यर्थी आशीष कुशवाह के मुताबिक, फरवरी में एसएससी की टियर-2 की परीक्षा हुई थी, जिसका पेपर लीक हो गया। इस परीक्षा के लिए उन्होंने वर्ष 2017 में आवेदन किया था। जब तक मामले की जांच सीबाआइ से नहीं होती, तब तक यह विरोध जारी रहेगा।
बृहस्पतिवार को अभ्यर्थियों को समर्थन देने के लिए स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार या विपक्ष की ओर से कोई नेता इन अभ्यर्थियों की बात सुनने के लिए नहीं आ रहा है। परीक्षा के बारे में अब तक जितनी भी जानकारियां सामने आ रही हैं, उनके आधार पर एक बड़ी धांधली का अंदेशा है। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की सीबीआइ जांच की मांग एकदम जायज है।
छात्र संगठन एनएसयूआइ के अध्यक्ष फेरोज खान ने अभ्यर्थियों को संबोधित किया और कहा कि हम इस मामले में विस्तृत एवं समय सीमाबद्ध तरीके से जांच की मांग कर रहे हैं। यह अभ्यर्थियों के भविष्य से जुड़ा मामला है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि कई महीने लगातार मेहनत करने के बाद यह परीक्षा दी है। ऐसे में पेपर लीक कर धाधली करना ठीक नहीं है। यह अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है। गौरतलब है कि वर्ष 2017 में एसएससी का प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आया था। इसको लेकर अभी तक अभ्यार्थियों में आक्रोश है।
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