दिल्ली में कलंकित हुआ दोस्ती का रिश्ता, घायल दोस्त को सड़क पर तड़पता छोड़ गए थे 3 दोस्त, मौत
होली के दिन मृतक के परिवार ने नंद नगरी थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट करवाई। 11 मार्च को विवेक विहार थाना पुलिस ने नंद नगरी थाना पुलिस से संपर्क किया और नितेश के बारे में बताया। परिवार ने शवगृह पहुंचकर मृतक की पहचान की।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नंद नगरी इलाके में दोस्ती के रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामने आया है। होली के दिन दोस्तों के साथ आटो में मस्ती करने निकले 17 वर्षीय नितेश गुप्ता आटो पलटने से घायल हो गया। तीनों दोस्तों ने उसे उठाया और वे उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय कस्तूरबा नगर के अंडरपास के नीचे फेंककर फरार हो गए। सड़क पर तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से मामला खुला।
पुलिस ने तीनों आरोपितों को दबोच लिया है। नितेश गुप्ता परिवार के साथ जे-ब्लाक सुंदर नगरी में रहता था। इसके पिता राजेंद्र गुप्ता, मां सुक्को देवी व छह बहनें हैं। वह परिवार का इकलौता बेटा था। नौवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा था। होलिका पर नितेश अपने घर पर मौजूद था। उसी दौरान पड़ोस में रहने वाले उसके दोस्त बृजमोहन, पवन और एक नाबालिग आया और उसे आटो में बैठाकर साथ ले गए। मौज-मस्ती के नाम पर आड़े-तिरछे तरीके से आटो चला रहे थे।
गगन सिनेमा के पास अचानक आटो पलट गया और नितेष गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके दोस्तों ने नितेश को आटो में डाला और वह उसे अस्पताल ले जाने के बजाय कस्तूरबा नगर के अंडरपास के पास फेंककर फरार हो गए। उन्हें डर था कि पुलिस उन्हें पकड़ लेगी।
सीसीटीवी कैमरों से खुला वारदात का राज
विवेक विहार पुलिस को सात मार्च दो बजे खून से लथपथ हालत में शव मिला। उसकी पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। होली के दिन मृतक के परिवार ने नंद नगरी थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट करवाई। 11 मार्च को विवेक विहार थाना पुलिस ने नंद नगरी थाना पुलिस से संपर्क किया और नितेश के बारे में बताया। परिवार ने शवगृह पहुंचकर मृतक की पहचान की।
शुरुआत में पुलिस को हत्या का मामला लग रहा था। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो वारदात का पता चला। एक फुटेज में आटो से युवक को फेंकते हुए तीन आरोपित कैद हुए। पहचान करके पुलिस ने उन्हें रविवार को नंद नगरी से दबोच लिया।