क्या था दिल्ली पुलिस का 'ऑपरेशन मिड नाइट', रात भर नहीं सोये एक लाख पुलिसकर्मी
Centre bans PFI पीएफआइ के सदस्य पूरी दिल्ली में युवाओं को प्रशिक्षण दिलाने के साथ ही उन्हें इस्लाम के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। कार्रवाई के दौरान जो दस्तावेज बरामद किए गए हैं उनमें भी राजधानी में हिंसा फैलाने की साजिश रचे जाने की पुष्टि हुई है।
By JagranEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 28 Sep 2022 09:43 AM (IST)
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। देश की एकता और समरसता के लिए खतरा बन चुके पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) की जड़ों को तलाशने के लिए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बेहद गोपनीय तरीके से ‘ऑपरेशन मिड नाइट’ को अंजाम दिया। यह कार्रवाई दिल्ली के उन छह जिलों में की गई, जहां पीएफआइ ने अपनी जड़ों को काफी मजबूत कर लिया था।
रात भर अलर्ट रही सभी जिलों की पुलिस
इस कार्रवाई पर दिल्ली के सभी जिलों की पुलिस हर समय नजर रखे हुए थी। यही नहीं संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया था, ताकि हिंसा फैलाने की हर कोशिश को नाकाम किया जा सके।
Ban on PFI: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का निकला शाहीन बाग और जामिया से कनेक्शन
22 सितंबर को ईडी ने पीएफआइ के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष मोहम्मद परवेज अहमद, महासचिव इलियास अहमद और आफिस सचिव अब्दुल मुकीत को गिरफ्तार किया था। तीनों को अबुल फजल एन्क्लेव स्थित इनके घरों से गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों के मुताबिक इनसे पूछताछ के बाद जांच एजेंसियों को पता चल कि पीएफआइ राजधानी को हिंसा की आग में झोंकने के प्रयास में जुटी हुई है।
गृह मंत्रालय की थी नजर, पुलिस आयुक्त ने खुद संभाली कमान
दिल्ली में किसी संगठन के खिलाफ ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी। ऐसे में ऑपरेशन मिड नाइट पर गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल नजर बनाए हुए थे। इस ऑपरेशन की कमान पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने खुद संभाल रखी थी।सरकार ने PFI पर लगाया बैन, अरुण सिंह बोले- देश की अखंडता के लिए जरुरी थी कार्रवाई
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।