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Delhi NCR Pollution: 'दमघोंटू' बनी हुई है दिल्ली-एनसीआर की हवा, कई इलाकों में AQI 500 के पार

Delhi Pollution दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता में गिरावट जारी है। वातावरण में दिनभर धुंध छाई रहने से लोगों को सांस लेने और आंखों में जलन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए ग्रेप का स्टेज 4 लागू किया गया।

By Abhishek TiwariEdited By: Updated: Sat, 05 Nov 2022 07:50 AM (IST)
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Delhi NCR Pollution: 'दमघोंटू' बनी हुई है दिल्ली-एनसीआर की हवा, कई इलाकों में AQI 500 के पार
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Delhi-NCR Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के बाद से एक बार फिर वातावरण में धुंध छाई हुई है। साथ ही हवा की गुणवत्ता में गिरावट लगातार जारी है। आज शनिवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 431 दर्ज किया गया है, जो हवा की गुणवत्ता की 'गंभीर' श्रेणी है।

वहीं, नोएडा (यूपी) का एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में 529, गुरुग्राम (हरियाणा) में 'गंभीर' श्रेणी में 478 और धीरपुर (दिल्ली) के पास 'गंभीर' श्रेणी में 534 दर्ज किया गया है।

दिल्ली-NCR ही नहीं, कई अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण

पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली को लेकर भले ही सबसे ज्यादा शोर दिल्ली-एनसीआर में मचता है, लेकिन यह बात सामने आने लगी है कि पराली जलने का असर उत्तर और पूर्वी भारत के प्रमुख शहरों में भी दिखने लगा है। यहां की हवा भी बहुत खराब श्रेणी में पहुंच रही है।

दिल्ली-एनसीआर रेड जोन में

इससे पहले शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन वायु गुणवत्ता के लिहाज से दिल्ली एनसीआर रेड जोन में रहा। सभी जगहों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 400 के ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में ही रहा। फरीदाबाद के सेक्टर-11 और 16 में तो यह 500 तक चला गया। दिल्ली के बवाना इलाके में यह 498 तक चला गया।

दिनभर वातावरण में स्माग की मोटी परत छाई रही, जिससे हर उम्र के लोगों को खासी परेशानी भी झेलनी पड़ी। सफर इंडिया का पूर्वानुमान है कि हवा की दिशा बदलने से शनिवार से प्रदूषण का स्तर थोड़ा नीचे आना शुरू हो जाएगा और यह बहुत खराब श्रेणी में पहुंच सकता है।

प्राइमरी स्कूल बंद, 50 प्रतिशत कर्मी वर्क फ्राम होम

उल्लेखनीय है कि वायु प्रदूषण के गंभीर श्रेणी में पहुंचने और ग्रेप का चौथा चरण लागू होने के साथ ही राजधानी दिल्ली में कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। इसके तहत पांच से आठ नवंबर तक प्राइमरी कक्षा वाले सभी स्कूल बंद रहेंगे और पांचवीं से ऊपर की कक्षाओं की आउटडोर एक्टिविटी बंद रहेंगी। दिल्ली सरकार के कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता से खुलेंगे और 50 प्रतिशत कर्मचारी वर्क फ्राम होम करेंगे।

डीजल ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध

वहीं, निजी कार्यालयों के लिए भी वर्क फ्राम होम की एडवाइजरी जारी की जा रही है। आवश्यक सेवाओं से जुड़े ट्रकों को छोड़कर दिल्ली में अन्य डीजल ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। सिर्फ सीएनजी ट्रकों को अनुमति मिलेगी। बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल के हल्के मोटर वाहन (एलएमवी) भी शनिवार से अगले आदेश तक नहीं चल पाएंगे। यानी एक अप्रैल, 2010 से पहले के पेट्रोल वाहन और एक अप्रैल, 2020 से पहले के पंजीकृत डीजल वाहनों पर रोक रहेगी।

प्रदूषण को रोकना आम लोगों की भी जिम्मेदारी

परिवहन विभाग का कहना है कि इस आदेश से शनिवार से पांच लाख से अधिक वाहनों पर रोक लग जाएगी। इनमें कार व दो पहिया वाहन भी शामिल हैं। इन वाहनों पर प्रतिबंध से लोगों की परेशानी के बारे में पूछे जाने पर परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा ने कहा कि प्रदूषण को रोकना आम लोगों की भी जिम्मेदारी है। वे अपने वाहन शेयर करें, टैक्सी शेयर करें।

परिवहन विभाग की 120 टीमें सड़कों पर होंगी। अगर लोग प्रतिबंधित वाहन लेकर चलते हुए पाए गए तो 20,000 रुपये का चालान किया जाएगा। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की।

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