डॉ. गरिमा का हत्यारोपित डॉक्टर गिरफ्तार
रंजीत नगर में बीते मंगलवार की रात 25 वर्षीय महिला डॉक्टर गरिमा मिश्रा की हत्या करने वाले आरोपित डॉक्टर चंद्र प्रकाश वर्मा को क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार सुबह उत्तराखंड के रूड़की से गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के बाद वह जहां तहां भागते हुए रूड़की पहुंच गया था और अपने किए को लेकर पाश्चाताप होने पर गंगा में कूदकर आत्महत्या करना चाह रहा था। लेकिन समय रहते क्राइम
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : रंजीत नगर में मंगलवार रात डॉक्टर गरिमा मिश्रा (25) की हत्या करने वाले आरोपित डॉक्टर चंद्र प्रकाश वर्मा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार सुबह उत्तराखंड के रुड़की से गिरफ्तार कर लिया। पश्चाताप होने पर वह गंगा में कूदकर आत्महत्या करना चाह रहा था, लेकिन उससे पहले क्राइम ब्रांच की टीम ने गंगा के किनारे पहुंचकर उसे दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने कहा कि उसे अपने किए पर बहुत अफसोस है। चंद्र प्रकाश (27), गरिमा से एकतरफा प्यार करता था। उसने कई बार प्रेम का प्रस्ताव भी रखा, लेकिन गरिमा उसे नजरअंदाज कर रही थीं। उसकी हरकतों से तंग आकर गरिमा ने जब कमरा छोड़ना चाहा तो चंद्र प्रकाश ने पहले उनका गला दबाया और बेसुध हो जाने पर रसोई से चाकू लाकर गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद कमरे के बाहर ताला लगाकर फरार हो गया था। हत्यारोपित डॉ. चंद्र प्रकाश वर्मा ने पुलिस को बताया कि जब वह एनसी जोशी अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर था तब उसने आत्महत्या का प्रयास करने वाले कई लोगों की काउंसलिंग की थी। उनका इलाज भी किया था। गरिमा की हत्या करने के बाद उसे पश्चाताप हुआ तो उसने सोचा कि उसे भी आत्महत्या कर लेनी चाहिए। इसके बाद उसने आत्महत्या करने के लिए तरीका ढूंढ़ना शुरू कर दिया।
चंद्र प्रकाश उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है। गरिमा रुस्तमपुर, गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली थीं। दोनों रंजीत नगर में एक ही मकान में तीसरे तल पर अगल-बगल कमरे में रहकर एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने अलग-अलग जगहों से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। डीसीपी डॉ जी राम गोपाल नाइक के मुताबिक गरिमा से चंद्र प्रकाश की मुलाकात पिछले साल पटेल नगर के एक कोचिग इंस्टीट्यूट में हुई थी। इसके बाद दोनों ने 11 नवंबर को करोलबाग स्थित एनसी जोशी मेमोरियल अस्पताल में बतौर जूनियर रेजिडेंट ज्वाइन किया था। वहां काम के दौरान डॉ. गरिमा की डॉ. यशवंत से दोस्ती हो गई। चंद्र प्रकाश इससे चिढ़ने लगा। वे दोनों साथ मूवी भी देखते थे, जिससे चंद्र प्रकाश को और परेशानी होती थी। बीते रविवार को चंद्र प्रकाश ने गरिमा से मूवी देखने चलने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया। गरिमा उसी दिन दोपहर में यशवंत के साथ मूवी देखने चली गई। यशवंत ने घर के नीचे आकर फोन कर उन्हें बुलाया था। इस बात की जानकारी चंद्र प्रकाश को मिल गई थी। उसने जब गरिमा के वाट्सएप नंबर पर कॉल किया तो वह यशवंत के साथ दिख गई। रविवार रात 2.30 बजे गरिमा के घर आने पर जब उन्होंने दरवाजा खुलवाया तो चंद्र प्रकाश के साथ उनका झगड़ा हुआ। आरोपित ने बताया कि झगड़े के दौरान गरिमा ने उसे खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि वह किसान परिवार से है। उसके लायक नहीं है। वह अपने दायरे में रहे। कम किराया लगने के कारण वह यहां पर उसके साथ रहने आई हैं। वह सिर्फ उनके हिस्से का किराया मिलने तक मतलब रखे। यह सुनकर उसे सदमा लगा। उसके दिमाग में यह बात आई कि गरिमा किसी और से प्यार करती हैं। उसका स्टेटस यह है कि गरिमा जब भी घर आएंगी तो वह दरवाजा खोल दे। इस बात को लेकर चंद्र प्रकाश के दिमाग में गरिमा के प्रति खुन्नस पैदा होने लगी थी। सामान पैक करते देख गया था गरिमा के कमरे में