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दोबारा पूछे गए सवालों के नहीं जुड़ेंगे अंक

दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) ने नगर निगम प्राइमरी शिक्षक भर्ती की परीक्षा में दोहराए गए प्रश्नों के अंक न जोड़ने के आदेश दिए हैं। 2

By JagranEdited By: Updated: Mon, 29 Oct 2018 10:32 PM (IST)
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दोबारा पूछे गए सवालों के नहीं जुड़ेंगे अंक

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) ने नगर निगम प्राइमरी शिक्षक भर्ती की परीक्षा में दोहराए गए प्रश्नों के अंक न जोड़ने के आदेश दिए हैं। 28 अक्टूबर को हुई परीक्षा में 25 से अधिक प्रश्न दोबारा पूछे गए थे। हालांकि, डीएसएसएसबी ने प्रश्नों की संख्या का जिक्र नहीं किया है, लेकिन यह स्पष्ट किया है कि इन प्रश्नों के अंक नहीं जोड़े जाएंगे।

दैनिक जागरण ने सोमवार के अंक में 'निगम शिक्षक भर्ती परीक्षा में दोबारा आए 25 प्रश्न' शीर्षक से इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित होने पर डीएसएसएसबी की चेयरपर्सन गीतांजलि गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी। सोमवार को दोपहर बाद उन्होंने कड़कड़डूमा स्थित डीएसएसएसबी मुख्यालय पहुंच कर बैठक लीं। शाम में दोबारा पूछे गए प्रश्नों के अंक न जोड़ने के डीएसएसएसबी के सचिव ने आदेश जारी किए। फिर भी खुश नहीं हैं परीक्षार्थी

मगर इस आदेश से परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी खुश नहीं हैं। उनका आरोप है कि नगर निगम प्राथमिक शिक्षक परीक्षा के लिए चार बार परीक्षा हुई है। मगर चारों बार एनआइओएस की शैक्षणिक सामग्री से प्रश्न पत्र तैयार किए गए। 30 सितंबर को पहली बार परीक्षा हुई। उसमें सभी प्रश्न एनआइओएस से लिए गए। दूसरी बार पेपर 13, तीसरी बार 14 और चौथी बार 28 अक्टूबर को परीक्षा हुई। जिन लोगों की परीक्षा इन तीन तारीखों में थी, उन्हें एनआइओएस की शैक्षणिक सामग्री से तैयारी करने का पूरा समय मिल गया। जबकि पूर्व में बदल बदल कर प्रश्न आते रहे हैं। 30 सितंबर को प्रवीण मान का पेपर था। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग की है कि डीएसएसएसबी की इस खामी से उन लोगों को नुकसान हुआ है, जिनकी 30 सितंबर को परीक्षा थी। इस पूरी परीक्षा को रद किया जाए। क्या है एनआइओएस

केंद्र सरकार ने देश के पिछड़े इलाकों में बगैर प्रशिक्षण लिए पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए एनआइओएस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन लर्निग) को 2017 में शुरू किया था। यह दो साल का कोर्स है। इसके लिए बाजार में किताबें उपलब्ध नहीं हैं। इसके लिए ऑनलाइन अध्ययन सामग्री उपलब्ध है।

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