डीयू की एसी बैठक में दिन भर चला हंगामा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की अकादमिक परिषद (एसी) की बैठक बुधवार
By JagranEdited By: Updated: Wed, 02 Jan 2019 08:23 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की अकादमिक परिषद (एसी) की बैठक बुधवार को हंगामेदार रही। बैठक के एजेंडे में कई मुद्दों पर चर्चा होनी थी, लेकिन सदस्यों के विरोध के कारण इसका एजेंडा पास नहीं हो सका और बैठक अगली तारीख तक स्थगित कर दी गई। डीयू प्रशासन के अनुसार बैठक की अगली तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। बैठक को लेकर डीयू दो खेमों बटा नजर आया। पहला, डीयू प्रशासन के समर्थन में एसी के सदस्य थे, जो लगातार कोशिश कर रहे थे कि बैठक शांतिपूर्ण तरीके से बिना किसी विरोध के पूरी हो सके। दूसरी तरफ एसी के अन्य सदस्य थे, जो बैठक का विरोध कर रहे थे। डीयू की एसी की बैठक 18 माह के लंबे अंतराल के बाद हुई। बैठक सुबह 11 बजेशुरू हुई और शाम 6.50 बजे बैठक स्थगित कर दी गई, वहीं बैठक खत्म होने के बाद भी एसी के सदस्य वहां मौजूद रहे और उन्होंने देर रात तक प्रदर्शन किया।
उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों को शामिल न करने पर हुआ विरोध
एसी के सदस्य पंकज गर्ग ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अधिनियम को लागू करने के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन हुआ था, जिसकी सितंबर से लेकर नवंबर के दौरान 20 बैठकें हुई। एसी की बैठक में शिक्षकों से जुड़े कई मुद्दों को शामिल करने की सिफारिश की गई थी। 2 जनवरी को हुई एसी की बैठक में इन सिफारिशों शामिल करने की मांग की गई थी। बैठक की कार्यवाही के दौरान सदस्य दिन भर एजेंडे में इन सिफारिशों को शामिल करने की मांग करते रहे। एसी के सदस्यों ने दावा किया कि बैठक निर्धारित समय के एक घंटे बाद शुरू हुई। यह बैठक डीयू के कुलपति के कार्यालय के कंपाउंड में आयोजित हुई थी। डीयू के कुलपति प्रो.योगेश त्यागी बैठक के अध्यक्ष हैं। बैठक शुरू होने के एक घंटे बाद ही एसी के सदस्यों ने कुलपति का विरोध शुरू कर दिया और सदस्यों ने यहां दावा किया कि उन्होंने कुलपति को बोलने नहीं दिया।
ये मामले एजेंडे में होने थे पास एसी के सदस्यों के अनुसार बैठक में डीयू के शिक्षकों को पीएचडी में 10 फीसद अतिरिक्त सीटें देने का मामला भी एजेंडे में था। इसके जरिये शिक्षकों को यह अवसर मिले कि वे पीएचडी कर सकें। साथ ही कई नए कोर्स को पास करने का मामला भी एजेंडे में रखा गया था।
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