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विज्ञापन लगवाने में फर्जीवाड़ा, दो इंस्पेक्टर निलंबित

एक तरफ पूर्वी दिल्ली नगर निगम आर्थिक संकट से जूझ रहा है वहीं विभाग के अधिकारी निगम को ही चूना लगाने में लगे हुए हैं। अधिकारियों की मिलीभगत से चल रही गड़बड़ी के बारे में महापौर ने पुख्ता सबूत इकट्ठे कर

By JagranEdited By: Updated: Wed, 30 May 2018 08:51 PM (IST)
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विज्ञापन लगवाने में फर्जीवाड़ा, दो इंस्पेक्टर निलंबित

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली: आर्थिक तंगी से जूझ रहे पूर्वी दिल्ली नगर निगम को विज्ञापन विभाग के अधिकारियों ने भी राजस्व का बड़ा फटका लगाया। विभाग के दो इंस्पेक्टरों ने मिलीभगत कर ठेका कंपनियों को लाभ पहुंचाया, जिससे निगम को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। महापौर बिपिन बिहारी सिंह ने दो जगहों पर विज्ञापन के लिए आवंटित जगह में फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया। इसके बाद विज्ञापन विभाग के अतिरिक्त उपायुक्त एमके ¨सह ने इंस्पेक्टर मुकेश कुमार शर्मा और सुनील कुमार निगम को निलंबित कर दिया। साथ ही इस मामले की जांच निगम के सतर्कता विभाग को सौंप दी गई है।

दरअसल, पार्षद विज्ञापन विभाग पर बार-बार फर्जीवाड़े का आरोप लगाते रहे थे। इस बीच महापौर बिपिन बिहारी सिंह को भी दो जगहों पर गड़बड़ी की शिकायत मिली तो उन्होंने अपने स्तर पर फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करवाई। मयूर विहार फेज एक में दिल्ली यूपी बार्डर पर करीब 800 फीट में विज्ञापन लगा था। विज्ञापन विभाग ने पांच साल के लिए एक कंपनी को मात्र 82 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से जगह दी थी। मात्र 80 फीट जगह दी गई थी, लेकिन इस्तेमाल 10 गुना ज्यादा का किया जा रहा था।

महापौर कहते हैं कि इससे सिर्फ इस एक साइट पर निगम को करीब साढ़े चार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अब कंपनी की सिक्योरिटी मनी जब्त कर उसे ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा।

दूसरा मामला शाहदरा उत्तरी जोन का है। पुस्ता रोड पर चार यूनिपोल की अनुमति दी गई है, लेकिन यहां आठ यूनिपोल लगे हैं। ये यूनिपोल अलग-अलग ठेकेदारों ने लगाए थे। यहां अवैध यूनिपोल पर पहले भी कार्रवाई हुई थी, लेकिन फिर से अवैध यूनिपोल लग गए थे। इस मामले में इंस्पेक्टर सुनील कुमार निगम को निलंबित किया गया है।

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