आज निगम स्कूलों में बच्चे खेलेंगे, कूदेंगे और मचाएंगे धमाल
महीने के अंतिम शनिवार को पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में बच्चे पढ़ाई नहीं करेंगे। वह बिा बैग के स्कूल पहुंचेंगे। स्कूल में वह खेलेंगे कूदेंगे और अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। पूर्वी दिल्ली नगर निगम की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव और इसके स्तर में सुधार लाने के लिए
By JagranEdited By: Updated: Fri, 27 Jul 2018 11:48 PM (IST)
सुधीर कुमार, पूर्वी दिल्ली
महीने के अंतिम शनिवार को पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में बच्चे पढ़ाई नहीं करेंगे। वे बिना बैग के स्कूल पहुंचेंगे। स्कूल में वे खेलेंगे, कूदेंगे और अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। पूर्वी दिल्ली नगर निगम की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव और इसके स्तर में सुधार लाने के लिए कई प्रयोग किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में हर माह के अंतिम शनिवार को बैग फ्री डे घोषित किया गया है। आदेश के बाद 28 जुलाई को पहला दिन होगा, जब बच्चे बिना बैग के स्कूल पहुंचेंगे। बच्चों को खुशनुमा माहौल में शिक्षा देने और उन्हें खेल-खेल में सिखाने की वकालत शिक्षा विशेषज्ञ करते रहे हैं। निगम स्कूलों में बोझिल तरीके से परंपरागत रूप से शिक्षा दी जाती है। पढ़ाई के अलावा काफी कम गतिविधियां होती हैं, जहां बच्चे खेलते-खेलते कुछ सीखें। इसमें बदलाव की काफी दिनों से जरूरत महसूस की जा रही थी। इसे अब लागू किया गया है। बच्चों को कह दिया गया है कि वे बिना बैग के स्कूलों में पहुंचेंगे। स्कूल में पहुंचने के बाद वे खेल की विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। महिला कॉलोनी स्थित निगम स्कूल की प्रभारी विभा ¨सह कहती हैं कि महीने के अंतिम शनिवार को बच्चों के योग, अंत्याक्षरी व खेल सहित कई गतिविधियां में सम्मिलत किया जाएगा। कोशिश होगी कि बच्चों को खेल-खेल में कुछ सिखाया जाए।
------------------ पूर्वी दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग की यह पहल बच्चों के सर्वागीण विकास का कार्य करेगी। विभिन्न गतिविधियों में शामिल कर उनकी प्रतिभा को उभारा जाएगा। इसके माध्यम से बच्चे शिक्षकों के करीब आएंगे। निश्चित रूप से शिक्षा से इतर गतिविधियों का असर उनके मानसिक विकास पर पड़ेगा और वे पढ़ाई में भी बेहतर करेंगे। इस प्रयोग का आकलन भी किया जाएगा और इसकी रिपोर्ट भी तैयार होगी।
राजकुमार बल्लन, चेयरमैन, शिक्षा समिति, पूर्वी दिल्ली नगर निगम।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।