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347 शिक्षकों के तबादले पर 10 दिनों के लिए रोक

तबादला आदेश जारी होने के बाद पिछले तीन दिनों से परेशान शिक्षकों को मंगलवार को महापौर बिपिन बिहारी ¨सह ने राहत दिलवा दी। महापौर के दखल के बाद अब इस आदेश पर 10 दिनों बाद अमल किया जाएगा। महापौर के इस फैसले का विभिन्न शिक्षक यूनियनों ने स्वागत किया है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 31 Jul 2018 08:47 PM (IST)
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347 शिक्षकों के तबादले पर 10 दिनों के लिए रोक

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली: एक ही स्कूल में 20 साल से जमे 347 शिक्षकों को 10 दिनों की मोहलत दी गई है। तबादले का आदेश जारी होने के बाद ये शिक्षक लगातार विरोध कर रहे थे। महापौर बिपिन बिहारी सिंह के हस्तक्षेप के बाद मंगलवार को यह निर्णय लिया गया कि तबादले के आदेश को 10 अगस्त तक स्थगित रखा जाएगा।

दरअसल, ऐसे शिक्षकों के तबादले की मांग शिक्षा समिति में उठी थी। बताया गया था कि कई शिक्षक नियुक्ति से अब तक एक ही स्कूल में जमे हैं, जबकि तीन या पांच वर्ष बाद तबादला होना चाहिए। शिक्षा समिति में तबादले का प्रस्ताव पास कर निगम ने 1375 शिक्षकों के तबादले की सूची तैयार की और सभी का दूसरे वार्ड में तबादला कर दिया गया था, लेकिन निगम प्रशासन द्वारा द्वारा की जा रही इस कार्रवाई पर शिक्षा समिति व स्थायी समिति के चेयरमैन और महापौर ने रोक लगा दी थी। इसके बाद 20 साल से एक ही स्कूल में जमे शिक्षकों के तबादले की सूची बनवाई गई, लेकिन इसका भी विरोध होने लगा। तबादले के विरोध में शिक्षकों ने जिन परेशानियों का जिक्र किया, उसे आयुक्त ने खारिज कर दिया। शिक्षकों ने दी यह दलील

शिक्षकों ने मंगलवार को फिर से महापौर बिपिन बिहारी ¨सह से मुलाकात कर कहा कि करीब 1300 शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी पदोन्नति निगम से दिल्ली सरकार के स्कूलों में होने वाली है। यह सूची एक सप्ताह के अंदर आ जाएगी। ऐसे में जिन शिक्षकों का नाम सूची में आएगा, उन्हें दो-दो बार पदमुक्त होना पड़ेगा, जिससे परेशानी बढ़ेगी। इसके बाद महापौर ने आयुक्त व अतिरिक्त आयुक्त को निर्देश दिए कि तबादला आदेश को 10 अगस्त तक स्थगित रखा जाए। यूनियन ने फैसले का स्वागत किया

यूनियन नेता महिपाल ¨सह, विभा ¨सह और सतेंद्र नागर ने इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह फौरी राहत है। कोशिश यही है कि यह तबादला नए सेशन से हो, ताकि शिक्षकों के बच्चों को दिक्कत न हो।

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