Move to Jagran APP

बेटे को अगवा कर मांगी फिरौती, फिर छोड़ा

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सहायक इंजीनियर के बेटे को अगवा करके 1.8

By JagranEdited By: Updated: Fri, 29 Jun 2018 08:07 PM (IST)
Hero Image
बेटे को अगवा कर मांगी फिरौती, फिर छोड़ा

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सहायक इंजीनियर के बेटे को अगवा करके 1.80 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में सहायक इंजीनियर का ड्राइवर सहदेव भी शामिल है। बदमाशों ने खौफ दिखाने के लिए राजेश भाटी गैंग का नाम प्रयोग किया था। पुलिस ने बदमाशों से फिरौती की रकम, पिस्टल, कारतूस और पांच मोबाइल बरामद किए हैं।

डीसीपी रोमिल बानिया ने बताया कि सफदरजंग एंक्लेव थाने में दक्षिणी निगम के सहायक इंजीनियर मनोहर ने अमेरिका और कनाडा के नंबरों से 1.80 करोड़ रुपये की फिरौती मांगें जाने की शिकायत दी थी। बदमाशों ने फरीदाबाद से आते समय उनके बेटे का बंदूक की नोक पर अपहरण किया था। बदमाशों ने फोन पर फिरौती मांगने के बाद उनके बेटे को छोड़ दिया था, मगर धमकी दी थी कि फिरौती की रकम न देने पर उनके परिवार के लोगों को मार दिया जाएगा। बेटे का अपहरण करके तो सिर्फ ट्रेलर दिखाया गया है।

पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि बदमाश लगातार जगह बदल रहे हैं। अंत में उन्होंने फरीदाबाद के बडखल चौक पर फिरौती की रकम लाने को कहा। पुलिस टीम ने बडखल झील के पास घेराबंदी की तो बदमाशों ने बडखल झील से आगे एनएच-2 के फ्लाईओवर के समीप आने को कहा। यहां बृहस्पतिवार शाम 7:07 बजे मोटरसाइकिल पर दो बदमाश आए। उनमें से एक ने बंदूक की नोक पर मनोहर से फिरौती की रकम ली और दोनों जाने लगे। इसी बीच पुलिस ने दोनों को दबोच लिया।

आरोपितों की पहचान लालकुआं, पुल प्रहलादपुर के रहने वाले सचिन और सोनू के रूप में हुई है। दोनों ने पुल प्रहलादपुर के रहने वाले मुकेश और सहदेव के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा था। सहदेव ने बताया था कि मनोहर का फार्म हाउस है और वह रुपये का इंतजाम कर लेंगे। बाद में इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

------------

मोबाइल एप से की थी कॉल

पहचान छुपाने के लिए बदमाशों ने वीओआइपी (इंटरनेट) के जरिये एडवांस मोबाइल एप्लीकेशन से कॉल और मैसेज इंजीनियर को किए। दरअसल, इस पर कॉल और मैसेज करने के लिए हर बार नई आइडी और नया नंबर मिलता है। यह सारा काम सचिन ने किया था। वह सायबर तकनीक की जानकारी रखता है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।