Survey: दिल्ली NCR में हर दस में से चार परिवार जलाएंगे दिवाली पर पटाखे, लोग बोले- प्रदूषण की और हैं वजह
Delhi Crackers Ban दीवाली पर वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है। इसके साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इसके बावजूद दिल्ली के लोगों ने इस बार फिर दीवाली पर हवा में जहर घोलने की तैयारी कर ली है।
By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Sat, 22 Oct 2022 09:34 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दीवाली पर वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है। इसके साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इसके बावजूद दिल्ली के लोगों ने इस बार फिर दीवाली पर हवा में जहर घोलने की तैयारी कर ली है। यह दावा आनलाइन प्लेटफार्म लोकल सर्कल्स ने अपने सर्वे के आधार पर किया है।
इस सर्वे के मुताबिक दिल्ली के हर दस में से चार परिवार पटाखे जलाएंगे। दिल्ली-एनसीआर के 10 हजार से अधिक परिवारों के सर्वेक्षण के आधार पर किया है। उसके मुताबिक दिल्ली के परिवारों ने नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद से पटाखे खरीद कर रख लिए हैं।
तीन साल के बाद बढ़ा आंकड़ा
39 प्रतिशत परिवारों ने बनाई पटाखे जलाने की योजना सर्वेक्षण के मुताबिक इस बार पटाखे जलाने की योजना बनाने वाले परिवारों की संख्या 39 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले तीन साल में सर्वाधिक है। इससे पहले 2019 में ये आंकड़ा 35 प्रतिशत रहा था। 2020 में कोरोना महामारी के चलते लोगों ने ज्यादा पटाखे नहीं जलाए थे।प्रदूषण की और भी हैं वजह
दिल्ली-एनसीआर में बड़ी संख्या में लोगों का मानना है कि पटाखे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की प्राथमिक वजह नहीं हैं। उनके मुताबिक पराली जलाना, वाहनों का धुआं और कुछ अन्य कारक प्रदूषण की प्रमुख वजह हैं।ये भी पढ़ें- Delhi Air Pollution: दिवाली पर खतरनाक स्तर पर पहुंच सकता है AQI, अभी भी जहरीली हवा में सांस ले रहे लोग
प्रतिबंध के बावजूद खरीदे पटाखे दिल्ली में पटाखों की ब्रिकी पर बैन है, लेकिन सर्वेक्षण से पता चला है कि 10 प्रतिशत परिवारों ने दिल्ली से ही पटाखे खरीदे हैं। इससे ये पता चलता है कि ये प्रतिबंध उतना प्रभावी नहीं है, जितना कि होना चाहिए था। बड़ी संख्या में आनलाइन प्लेटफार्म से लोगों ने पटाखे खरीद कर एकत्र कर लिए हैं।
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