इस गर्मी दिल्लीवासियों को पेयजल किल्लत से मिलेगी राहत
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली इस बार गर्मी में दिल्ली वालों को पेयजल किल्लत से निजात मिल सकती है। मुख्यम
By JagranEdited By: Updated: Wed, 02 Jan 2019 10:22 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली
इस बार गर्मी में दिल्ली वालों को पेयजल किल्लत से निजात मिल सकती है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने स्तर पर जल की आपूर्ति बढ़ाने के लिए जमीन से स्रोत ढूंढ़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जलापूर्ति की क्षमता को हर हाल में मार्च तक बढ़ाने के लिए कहा है। बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मुख्य सचिव विजय देव सहित उन इलाकों के विधायक भी शामिल थे, जिन इलाकों से जलापूर्ति के लिए जमीन का अतिरिक्त पानी निकाला जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड ने यमुना फ्लड प्लेन क्षेत्र में वजीराबाद से लेकर ओखला तक 383 एमएलडी (मिलियन लीटर परडे) की क्षमता वाले छह स्थानों की तलाश की है। हालाकि जल बोर्ड यहा पहले से दो स्थानों से पानी निकाल रहा है। अब मुख्यमंत्री ने अन्य चार स्थानों से भी पानी निकालने की स्वीकृति दे दी है। इन चार स्थानों से दिल्ली वालों को अतिरिक्त 85 एमजीडी (मिलियन गैलन परडे)पानी निकलेगा। जलबोर्ड के सलाहकार ने द्वारका क्षेत्र में पेयजल के कुछ नए पॉकेट भी तलाशे हैं। इसके अलावा सीएम ने कुछ दिन पहले शकरपुर इलाके में अमोनिया के पायलेट प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया था। वहां बंद पड़े 125 बोरवेल एवं सात रेनी वैल को शुरू करने के निर्देश दिए थे।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जल बोर्ड को अमोनिया ट्रीटमेंट की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए मार्च के अंत तक रेनीवेल और बोरवेल को शुरू करने को कहा है। इनमें राजधानी की जलापूर्ति में 63 एमएलडी की वृद्घि होगी। मुख्यमंत्री ने संबंधित इलाकों के विधायकों और जल बोर्ड के अधिकारियों को उत्तरी एवं पूर्वी दिल्ली में हाई वाटर लेवल वाले उन इलाकों की तलाश करने के निर्देश दिए हैं जहा बोरवेल लगाए जा सकें। वर्तमान में दिल्ली वालों की पानी की जरूरत करीब 1200 एमजीडी है। जबकि जल बोर्ड करीब 926 एमजीडी पानी का ही उत्पादन कर पाता है।
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