राजधानी में कांवड़ यात्रा को लेकर विशेष इंतजाम
फोटो-209 -शिविरों में सभी मूल भूत सुविधाओं की व्यवस्था -पुलिस, सिविल डिफेंस और होमगार्ड के
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
सावन के पहले सोमवार के साथ ही राजधानी की सड़कों पर बम बम भोले के जयकारों की गूंज के साथ कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है। दिल्ली में कावड़ियों के लिए कुल 152 शिविर लगाए गए है। उनको किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए उनके शिविरों में सभी मूल भूत सुविधाओं (रहना, खाना, पानी, मेडिकल, और मोबाइल टॉयलेट ) की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। महिला कावड़ियों की सुरक्षा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए है। उनकी सुरक्षा में स्थानीय पुलिस, सिविल डिफेंस और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही राजधानी की यातायात व्यवस्था में किसी भी तरह का खलल न पड़े इसके लिए पहले से ही कई रूट को डायवर्ट किया गया है। व्यस्त समय में सार्वजनिक परिवहन की बसों को छोड़कर ट्रक, डंपर जैसे बड़े व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश को बंद कर दिया गया है।
सोमवार से ही दिल्ली में दूर-दराज से पहुंचने वाले कांवडि़यों का आना शुरू हो चुका है। 4 अगस्त से भीड़ बढ़ने लगेगी, क्योंकि 9 अगस्त को महाशिवरात्रि का जलाभिषेक है।
2017 के आंकड़ों की बात करें तो दिल्ली से होकर करीब तीन लाख कांवड़िये गुजरे थे। अंतिम दो दिनों में इनकी संख्या में काफी इजाफा हुआ था। यातायात पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर कांवड़ियों व अन्य वाहन चालकों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है। सबसे अधिक कांवड़िये उत्तर-पूर्वी दिल्ली से होकर गुजरते है। पश्चिमी दिल्ली से धौलाकुआं होते हुए गुरुग्राम की ओर जाने वाले रूट पर कावंड़ियों की संख्या बहुत होती है। यातायात पुलिस के मुताबिक कावंड़ियों की संख्या दिल्ली के अप्सरा बॉर्डर से कश्मीरी गेट के रूट पर ज्यादा रहती है। जिसके चलते शाहदरा फ्लाईओवर, सीमापुरी टी प्वाइंट, वेलकम, केशव चौक, शास्त्री पार्क, दिलशाद गार्डन सहित सभी चौकों पर कांवड़ियों को सुरक्षित निकालने के लिए ट्रैफिक पुलिस के जवान, सिविल डिफेंस के लोग और वॉलंटियर्सं भी तैनात रहते हैं।
एनएच-8, नजफगढ़ रोड, अपर रिज रोड, धौला कुआ से होते कांवड़िये एनएच-8 रजोकरी बॉर्डर से गुरुग्राम में प्रवेश करेंगे, वहीं धौलाकुआं से ही कापसहेड़ा, बिजवासन, बामनौली, छावला दीनपुर होते हुए नजफगढ़ पहुंचेंगे। राजधानी में लगने वाले 152 शिविरों का इंतजाम दिल्ली सरकार की तीर्थ यात्रा विकास समिति करती है।