दिल्ली के बुराड़ी में 11 मौतों का जिम्मेदार है यह 'शख्स'! कभी भी हो सकता है खुलासा
बुराड़ी इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में कई सनसनीखेज जानकरियां सामने आई हैं।
By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 07:38 AM (IST)
नई दिल्ली (विनीत त्रिपाठी)। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है। वहीं, पुलिस ने आशंका जताई है कि इन 11 लोगों को खुदकुशी के लिए किसी शख्स ने उकसाया है। अब बताया जा रहा है कि पुलिस इस मामले में एक तांत्रिक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस पहले से यह संदेह जता रही थी कि इन 11 लोगों ने किसी तांत्रिक या बाबा के कहने पर ही इतना खौफनाक कदम उठाया होगा। इस तरह के मामलों में किसी तांत्रिक की भूमिका पायी जाती है।
उधर, दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में कई सनसनीखेज जानकरियां सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि जहां 10 लोगों के शव लटके हुए मिले उसके पास ही एक कमरे से पुलिस ने 2 रजिस्टर बरामद किए हैं। दोनों रजिस्टरों में कई पेज भरे हुए हैं तो कुछ खाली हैं। ये पन्ने हाथ से लिखे गए हैं। खुदकुशी और हत्या में उलझी दिल्ली पुलिस को पूरे मामले से पर्दा हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। सोमवार को पुलिस ने बताया कि 11 शवों को पोस्ट मार्टम किया गया, जिसमें खुलासा हुआ है कि छह लोगों की मौत फांसी लगाने से हुई है। जेसीपी क्राइम ब्रांच के मुताबिक, फांसी लगने से इनकी मौत हुई, इनका गला नहीं घोंटा गया था। यह छह लोग भवनेश, प्रतिभा, ध्रुव, शिवम, टीना और ललित हैं। यह भी पता चला है कि नारायण देवी का गला तो घोंटा गया, लेकिन मौत उनकी भी फांसी लगने से ही हुई। अब तक आठ लोगों की फांसी लगने से मौत की पुष्टि हो चुकी है।
इन 11 सवालों के जवाब तलाशने होंगे पुलिस को
1. बुराड़ी के एक घर में ग्रिल से लटके हुए नौ शवों को लेकर सभी के दिमाग में पहला सवाल यही है कि यह कैसे संभव हुआ होगा।
1. बुराड़ी के एक घर में ग्रिल से लटके हुए नौ शवों को लेकर सभी के दिमाग में पहला सवाल यही है कि यह कैसे संभव हुआ होगा।
2. आखिर कैसे संभव है कि एक ही परिवार के 11 लोगों ने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। दिल्ली पुलिस की जांच टीम व फोरेंसिक टीम की पूरी जांच इसी गुत्थी को सुलझाने पर टिकी है।
3. फोरेंसिक टीम ने मौके पर शवों का हर एंगिल से न सिर्फ माप लिया, बल्कि फोटोग्राफी भी कराई।
4.टीम ने जांच के दौरान बारीकी से देखा कि एक शव से दूसरे शव के बीच की दूरी कितनी थी?
5. शवों के पैर जमीन से कितने ऊपर थे? हाथों को कैसे बांधा गया था?6. इतना ही नहीं, अगर घटना खुदकशी की है तो क्या एक साथ नौ लोग इस तरह से खुदकशी कर सकते हैं या नहीं?
7. बरामदे में मिले 10 शवों में से दो के हाथ खुले मिले हैं, जबकि आठ के हाथ बंधे मिले। इस पहलू पर भी टीम जांच कर रही है। इसके भी सवाल तलाशने होंगे कि ऐसा ही क्यों किया गया।
8. माप के साथ ही टीम ने अलग-अलग एंगिल से पूरे क्राइम सीन की फोटोग्राफी कराई, ताकि हर पहलू की जांच की जा सके।9. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ हो सकेगा कि क्या सभी मृतकों की मौत एक ही समय पर हुई है या फिर अलग-अलग। एक-दूसरे की मौत के समय में कितना अंतर है।
10. जैसा कि बताया जा रहा है कि मोक्ष पाने के लिए सबने खुदकुशी की, ऐसे में यह भी पता लगाना होगा कि कौन इनके मोक्ष के लिए प्रेरित कर रहा था।11. परिवार आसपास के लोगों और पड़ोसियों के साथ घुलमिलकर रहता था, ऐसे में किसी न किसी से परिवार के किसी सदस्यता की घनिष्ठता जरूर होगी। पुलिस को उस घनिष्ठ महिला-पुरुष की पहचान कर सच का पता चलाना होगा।
हर पहलू को जांचकर निष्कर्ष पर पहुंचेगी टीम
दिल्ली पुलिस की जांच टीम व फोरेंसिक टीम सभी पहलुओं का आकलन करने के बाद अपनी रिपोर्ट देगी। फोरेंसिक टीम एक क्राइम सीन रिक्रिएट करके भी देखेगी कि जो माप उन्होंने लिया है उसके हिसाब से क्या एक ग्रिल पर नौ लोग एक साथ खुदकशी कर सकते हैं। खौफनाक दृश्य देखकर कांपी विशेषज्ञों की रूह
दिल्ली पुलिस व फोरेंसिक लैब की टीम को घर के अंदर दाखिल होने से पहले तनिक भी आभास नहीं था कि वह अगले ही पल किसी खौफनाक दृश्य को देखने जा रही है। बरामदे में लटके हुए नौ शवों को देखकर पुलिस व फोरेंसिक टीम की रूह कांप गई। नौ शवों के बीच रहकर साक्ष्यों को जुटाना टीम के लिए कतई आसान नहीं था। करीब चार घंटे तक मौके पर एक-एक शव का परीक्षण कर साक्ष्य जुटाने में फोरेंसिक टीम कर्मियों व अधिकारियों के पसीने छूट गए।यहां बता दें कि बुराड़ी के एक घर में 11 लाशें मिलने के बाद इस पूरे मामले को आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है और इसके घर से जो दो रजिस्टर मिले उसमें लिखा है। जितनी दृढ़ता और श्रद्धा दिखाओगे उतना ही उचित फल मिलेगा। इस रजिस्टर में लिखा है रात्रि के 12 से 1 के बीच क्रियाएं करनी हैं उसके पहले हवन करना है।यह भी पढ़ें: लोगों के गले नहीं उतर रही आत्महत्या की थ्योरी, खौफ में गुजरी पड़ोसियों की रातयह भी पढ़ेंः दिल्ली में हुई 11 मौतों में नया खुलासा, खौफनाक मंजर का नाम दिया था 'विशेष साधना'यह भी पढ़ेंः EXCLUSIVE: वटवृक्ष से जुड़ा 11 मौतों का राज, मास्टरमाइंड के शरीर में आती थी 'आत्मा'यह भी पढ़ेंः बुराड़ी कांड: घर की दीवार पर क्यों लगे हैं 11 पाइप? 11 मौतों को लेकर और गहराया रहस्ययह भी पढ़ेंः मोक्ष की चाहत में परिवार के 11 लोगों ने मौत को लगाया गले, घर में होते थे रहस्यमय 'काम'
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दिल्ली पुलिस व फोरेंसिक लैब की टीम को घर के अंदर दाखिल होने से पहले तनिक भी आभास नहीं था कि वह अगले ही पल किसी खौफनाक दृश्य को देखने जा रही है। बरामदे में लटके हुए नौ शवों को देखकर पुलिस व फोरेंसिक टीम की रूह कांप गई। नौ शवों के बीच रहकर साक्ष्यों को जुटाना टीम के लिए कतई आसान नहीं था। करीब चार घंटे तक मौके पर एक-एक शव का परीक्षण कर साक्ष्य जुटाने में फोरेंसिक टीम कर्मियों व अधिकारियों के पसीने छूट गए।यहां बता दें कि बुराड़ी के एक घर में 11 लाशें मिलने के बाद इस पूरे मामले को आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है और इसके घर से जो दो रजिस्टर मिले उसमें लिखा है। जितनी दृढ़ता और श्रद्धा दिखाओगे उतना ही उचित फल मिलेगा। इस रजिस्टर में लिखा है रात्रि के 12 से 1 के बीच क्रियाएं करनी हैं उसके पहले हवन करना है।यह भी पढ़ें: लोगों के गले नहीं उतर रही आत्महत्या की थ्योरी, खौफ में गुजरी पड़ोसियों की रातयह भी पढ़ेंः दिल्ली में हुई 11 मौतों में नया खुलासा, खौफनाक मंजर का नाम दिया था 'विशेष साधना'यह भी पढ़ेंः EXCLUSIVE: वटवृक्ष से जुड़ा 11 मौतों का राज, मास्टरमाइंड के शरीर में आती थी 'आत्मा'यह भी पढ़ेंः बुराड़ी कांड: घर की दीवार पर क्यों लगे हैं 11 पाइप? 11 मौतों को लेकर और गहराया रहस्ययह भी पढ़ेंः मोक्ष की चाहत में परिवार के 11 लोगों ने मौत को लगाया गले, घर में होते थे रहस्यमय 'काम'