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लेडी हार्डिग में रेजिडेंट डॉक्टर आज से करेंगे हड़ताल

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : केंद्र सरकार के लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज की लंबित पड़ी विस्तार परि

By JagranEdited By: Updated: Mon, 30 Jul 2018 08:16 PM (IST)
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लेडी हार्डिग में रेजिडेंट डॉक्टर आज से करेंगे हड़ताल

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : केंद्र सरकार के लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज की लंबित पड़ी विस्तार परियोजनाओं को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय गंभीरता से नहीं ले रहा है। यही कारण है कि यहां के सुचेता कृपलानी अस्पताल के भवन को असुरक्षित घोषित किए जाने के बाद रेजिडेंट डॉक्टर व मेडिकल के छात्र शांत बैठने के मूड में नहीं हैं। कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन व छात्र यूनियन ने मामले की शिकायत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व प्रधानमंत्री कार्यालय में की है। इसके साथ ही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की घोषणा भी की है। इस दौरान लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज के दोनों अस्पतालों (सुचेता कृपलानी और कलावती शरण) में ओपीडी सेवाएं प्रभावित रहेंगी।

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विवेक चौकसे ने कहा कि लंबे समय से कॉलेज की विस्तार परियोजना को पूरा करने की मांग की जा रही है। इस बाबत पहले भी मंत्रालय को पत्र लिखा गया था। दोनों अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर व छात्र तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे जब तक सरकार मांगें नहीं मान लेती। रेजिडेंट डॉक्टर सिर्फ इमरजेंसी में अपनी सेवाएं देंगे, ओपीडी में नहीं। हालांकि ओपीडी में वरिष्ठ डॉक्टर (फैकल्टी) मौजूद रहेंगे।

बताया जा रहा है कि इस हड़ताल से पहले से तय सर्जरी भी टल सकती हैं। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन व छात्र यूनियन ने प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखे पत्र में कहा है कि लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज सौ साल पुराना है। इस कॉलेज के सुचेता कृपलानी अस्पताल के भवन को केंद्रीय लोग निर्माण विभाग ने जर्जर व असुरक्षित घोषित कर दिया है। इसलिए इस अस्पताल में मरीजों व कर्मचारियों की सुरक्षा खतरे में है।

पत्र में कहा गया है कि वर्ष 2012 में मेडिकल कॉलेज की विस्तार परियोजना पर काम शुरू हुआ था। वर्ष 2014 में पांच ब्लॉक बनकर तैयार होने थे, लेकिन पांच ब्लॉक का बाहरी ढांचा खड़े होने के बाद परियोजना ठप पड़ गई। डॉ. विवेक चौकसे ने कहा कि उम्मीद है कि सरकार अब इस परियोजना पर जल्द काम शुरू कराएगी। ताकि सुरक्षित माहौल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।

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