चार महीनों में LG ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नियुक्त किए 6 हजार से ज्यादा शिक्षक
बीते 4 महीनों में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सरकारी स्कूलों में रिक्त पड़े 6 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद पर नियुक्ती की है। इसी क्रम में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के और 2200 रिक्त पदों को इस साल मार्च तक भरा जाएगा।
By sanjeev GuptaEdited By: Nitin YadavUpdated: Wed, 01 Feb 2023 11:04 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उपराज्यपाल वीके सक्सेना पदभार संभालने के बाद से ही दिल्ली वासियों के हित में लगातार महत्वपूर्ण फैसलों को तेजी से स्वीकृति दे रहे हैं। साथ ही मामले की गंभीरता को देखकर जनहित में विभागीय अधिकारियों को भी तेजी से काम करने के लिए कह रहे हैं। इसी क्रम में उनके सक्रिय दृष्टिकोण और निरंतर प्रयास के परिणामस्वरूप पिछले चार महीनों के दौरान दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षकों, प्रधानाचार्यों व उप प्रधानाचार्यों के रिक्त पदों को तेजी के साथ भरा गया है।
राजनिवास के एक अधिकारी ने बताया कि 16 सितंबर 2022 की तुलना में जब एलजी ने पहली बार शिक्षा विभाग में रिक्तियों की स्थिति की समीक्षा की तो दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) द्वारा नियमित भर्ती के माध्यम से शिक्षकों के 6112 रिक्त पदों को भरा गया है। इसी क्रम में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के और 2200 रिक्त पदों को इस साल मार्च तक भरा जाएगा।राजनिवास के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में वर्तमान की गंभीर स्थिति, ज्यादा रिक्तियां इसीलिए हुईं हैं कि पिछले सात वर्षों के दौरान शिक्षकों की नियमित भर्ती की मांग ही नहीं की गई थी। वहीं इसके बजाय इन पदों पर अतिथि शिक्षक रखे जाते रहे। जिन्हें बिना किसी उचित भर्ती प्रक्रिया का पालन किए नियुक्त किया गया है। इसके कारण दिल्ली सरकार के स्कूलों में टीचिंग स्टाफ की भारी कमी हो गई थी, जो सिर्फ 67 प्रतिशत नियमित शिक्षकों के साथ चल रहे थे। इसमें अधिक चिंताजनक बात यह है कि इनमें से 84 प्रतिशत स्कूल बिना प्रिंसिपल के चल रहे थे, जो एक स्कूल में मुख्य पर्यवेक्षण, प्रशासनिक और वित्तीय अथारिटी है। यहां तक कि वाइस प्रिंसिपल कैटेगरी में भी करीब 34 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं। अभी तक प्रिंसिपलों के स्वीकृत 950 पदों में से 848 पद रिक्त हैं जबकि वाइस प्रिंसिपलों के स्वीकृत 1670 पदों में से 627 अभी भी भरे जाने हैं।
सूत्रों ने बताया कि एलजी ने सरकारी स्कूलों में रिक्तियों की इस स्थिति को गंभीरता से लिया है। तब से एलजी ने प्रगति की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों और डीएसएसएसबी की तीन बैठकें ले चुके हैं। डीएसएसएसबी द्वारा मंगलवार को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार एलजी की अध्यक्षता में एक हुई समीक्षा बैठक में दिल्ली सरकार के स्कूलों में टीचिंग स्टाफ की कुल रिक्तियां जो 16 सितंबर 2022 को 24,003 थीं, अब घटकर 17,891 हो गई हैं। इस प्रक्रिया में अतिथि शिक्षकों की संख्या आनुपातिक रूप से 3094 कम हो गई है। 16 सितंबर 2022 तक इनकी संख्या 19,880 थी जबकि 31 जनवरी 2023 को इसे घटाकर 16,786 कर दिया गया है।
समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने एलजी को बताया कि प्रिंसिपलों के 543 रिक्त पदों जिनमें से 363 को डायरेक्ट रिक्रूटमेंट के माध्यम से और 180 को प्रमोशन के माध्यम से भरने की सिफारिश यूपीएससी को भेज दी गई है और जिसके साक्षात्कार मार्च 2023 तक पूरा होने की संभावना है। इसी प्रकार यूपीएससी को डायरेक्ट रिक्रूटमेंट के माध्यम से वाइस प्रिंसिपल के 131 पदों को भरने के लिए मांग भेजी गई है।
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