Monsoon Rain 2021 Update: हरियाणा और पंजाब को छूकर निकला पर मानसून रूठ गया दिल्ली से !
Monsoon Rain 2021 Update इस साल मानसून भी मौसम विज्ञानियों को खूब छका रहा है। दिल्ली में इसकी दस्तक को लेकर कई बार अनुमान जारी किया गया लेकिन हर बार गलत साबित हो रहा है। जल्द आना तो दूर इसके समय पर आने की संभावनाएं अब खत्म हो चुकी हैं।
By Jp YadavEdited By: Updated: Thu, 24 Jun 2021 10:14 AM (IST)
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। मौसम के पूर्वानुमान को लेकर तो विभाग की किरकिरी होती ही रहती है, इस साल मानसून भी मौसम विज्ञानियों को खूब छका रहा है। दिल्ली में इसकी दस्तक को लेकर कई बार अनुमान जारी किया गया, लेकिन हर बार गलत साबित हो रहा है। जल्द आना तो दूर, इसके समय पर आने की संभावनाएं भी अब खत्म हो चुकी हैं। आलम यह है कि इसकी दस्तक को लेकर अभी तक भी स्पष्ट तौर पर विज्ञानी कुछ नहीं कह पा रहे हैं। हैरत की बात यह भी पिछले 13 सालों में केवल दो बार ही दिल्ली में मानसून ने समय पूर्व दस्तक दी है।
मौसम विज्ञानी आश्वस्त नहीं 27 जून तक मानसून दिल्ली पहुंचेगा या नहींआमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है, हालांकि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से शुरुआती दौर में मानसून एक्सप्रेस ने जो रफ्तार पकड़ी थी, उसे देखते हुए मौसम विभाग ने दिल्ली में भी 12 दिन पहले यानी 15 जून तक इसके पहुंचने की संभावना जता दी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद दिल्ली में 22 जून तक मानसून की दस्तक का अनुमान था, वह भी गलत साबित हुआ। फिर कहा गया कि यह 27 तक यानी अपने तय समय पर आ जाएगा.किन्तु इसे लेकर भी मौसम विज्ञानी आश्वस्त नहीं हैं।
भ्रम में रहे लोगवहीं, अनुकूल परिस्थितियों के चलते आगे बढ़ते हुए 14 जून को दक्षिणी पश्चिमी मानसून की उत्तरी सीमा अक्षांश 20.5 डिग्री उत्तर व देशांतर 60 डिग्री पूर्व पर दीव, सूरत, भोपाल, हमीरपुर, बाराबंकी, अम्बाला, अमृतसर से होकर गुजरी। इस दौरान मानसून की टर्फ रेखा पश्चिमी राजस्थान से उत्तर पूर्व बंगाल तक बनी हुई थी। इससे इन सभी जगहों पर बारिश भी हुई। लिहाजा, यह भ्रम उत्पन्न हो गया कि मानसून ने पंजाब और हरियाणा में भी दस्तक दे दी है। लेकिन भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ने इन दोनों राज्यों के उत्तरी हिस्से को छुआ भर था।
फिलहाल मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने के आसार
स्काईमेट वेदर के अनुसार मानसून की दस्तक तभी सुनिश्चित हो पाती है जब पूर्वी हवाएं चल रही हों, नमी बढ़ी हुई हो और लगातार कई दिन तक बारिश हो। पूर्वी हवाएं तो चल रही हैं, लेकिन उनमें गहराई ज्यादा नहीं है। मिड लैटीटयूड यानि दस हजार फीटर की ऊंचाई पर पूर्वी की जगह पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इससे सिस्टम मजबूत नहीं हो पा रहा है। लिहाजा, अभी अगले कई दिन तक मानसून आने की संभावना नहीं के बराबर ही लग रही है। मौसम विभाग का भी कहना है कि मध्य अक्षांश की पछुआ हवाओं के कारण उत्तर पश्चिमी भारत के शेष हिस्सों में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने के आसार हैं। 26 जून को दिल्ली में हो सकती है हल्की बारिशकुलदीप श्रीवास्तव (प्रमुख, प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र दिल्ली) के मुताबिक, मौसमी परिस्थितियों के चलते दिल्ली में मानसून की दस्तक लगातार लटक रही है। हालांकि 26 जून को दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन इसे भी मानसून की दस्तक कतई नहीं कहा जाएगा। दिल्ली के लोगों को अभी बारिश को और इंतजार करना होगा। जून के अंत तक ही इसके आने की संभावना है। ये भी पढ़ेंः Kisan Andolan: आंदोलनकारी की घिनौनी करतूत आयी सामने, किशोरी को अगवा कर पंजाब में बनाया बंधकये भी पढ़ेंः जानें घर पर कैसे करें खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच, दूध, चीनी व खाद्य तेल जांच करने का ये है तरीका जून के अंत के आसपास ही मानसूनी बारिश होगी
महेश पलावत (उपाध्यक्ष, स्काईमेट वेदर) का कहना है कि पश्चिमी हवाएं कुछ दिनों से उत्तर पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने को रोक रही हैं। इनके कम से कम एक सप्ताह तक इसी तरह बने रहने की उम्मीद है। संभावना है कि दिल्ली में जून के अंत के आसपास ही मानसूनी बारिश होगी।ये भी पढ़ेंः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का Delhi AIIMS में किया गया आंख का ऑपरेशन, जानिए कैसा है स्वास्थ्य Kisan Andolan: नाराज राकेश टिकैत बोले, 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख लोग अफगानिस्तान से नहीं आएMarriage Guidelines: नोएडा-गाजियाबाद और गुरुग्राम-फरीदाबाद में जानिये- क्या है शादी की नई गाइडलाइन?
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।स्काईमेट वेदर के अनुसार मानसून की दस्तक तभी सुनिश्चित हो पाती है जब पूर्वी हवाएं चल रही हों, नमी बढ़ी हुई हो और लगातार कई दिन तक बारिश हो। पूर्वी हवाएं तो चल रही हैं, लेकिन उनमें गहराई ज्यादा नहीं है। मिड लैटीटयूड यानि दस हजार फीटर की ऊंचाई पर पूर्वी की जगह पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इससे सिस्टम मजबूत नहीं हो पा रहा है। लिहाजा, अभी अगले कई दिन तक मानसून आने की संभावना नहीं के बराबर ही लग रही है। मौसम विभाग का भी कहना है कि मध्य अक्षांश की पछुआ हवाओं के कारण उत्तर पश्चिमी भारत के शेष हिस्सों में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने के आसार हैं। 26 जून को दिल्ली में हो सकती है हल्की बारिशकुलदीप श्रीवास्तव (प्रमुख, प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र दिल्ली) के मुताबिक, मौसमी परिस्थितियों के चलते दिल्ली में मानसून की दस्तक लगातार लटक रही है। हालांकि 26 जून को दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन इसे भी मानसून की दस्तक कतई नहीं कहा जाएगा। दिल्ली के लोगों को अभी बारिश को और इंतजार करना होगा। जून के अंत तक ही इसके आने की संभावना है। ये भी पढ़ेंः Kisan Andolan: आंदोलनकारी की घिनौनी करतूत आयी सामने, किशोरी को अगवा कर पंजाब में बनाया बंधकये भी पढ़ेंः जानें घर पर कैसे करें खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच, दूध, चीनी व खाद्य तेल जांच करने का ये है तरीका जून के अंत के आसपास ही मानसूनी बारिश होगी
महेश पलावत (उपाध्यक्ष, स्काईमेट वेदर) का कहना है कि पश्चिमी हवाएं कुछ दिनों से उत्तर पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने को रोक रही हैं। इनके कम से कम एक सप्ताह तक इसी तरह बने रहने की उम्मीद है। संभावना है कि दिल्ली में जून के अंत के आसपास ही मानसूनी बारिश होगी।ये भी पढ़ेंः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का Delhi AIIMS में किया गया आंख का ऑपरेशन, जानिए कैसा है स्वास्थ्य Kisan Andolan: नाराज राकेश टिकैत बोले, 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख लोग अफगानिस्तान से नहीं आएMarriage Guidelines: नोएडा-गाजियाबाद और गुरुग्राम-फरीदाबाद में जानिये- क्या है शादी की नई गाइडलाइन?