गाजीपुर में दिनदहाड़े मुंशी की गोली मारकर हत्या
गाजीपुर के बकरा मंडी में दिनदहाड़े लूटपाट के दौरान एक मुंशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद बदमाश उनके पास से बैग लूटकर फरार हो गए। मृतक की पहचान आफताब आलम (53) के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार ¨सह सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की है लेकिन इसमें बदमाशों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : गाजीपुर के बकरा मंडी में दिनदहाड़े लूटपाट के दौरान मुंशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद बदमाश उनके पास से बैग लूटकर फरार हो गए। मृतक की पहचान आफताब आलम (53) के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार ¨सह सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की है, लेकिन इसमें बदमाशों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
जानकारी के मुताबिक आफताब आलम सीलमपुर में रहते थे। डेढ़ साल से वे बकरा मंडी में आढ़ती मोहम्मद अनीस के मुंशी के रूप में कार्य कर रहे थे। मोहम्मद अनीस की कार बकरा मंडी के बाहर पार्किग में खड़ी थी। बुधवार दोपहर में काम खत्म करने के बाद पौने बारह बजे आफताब और मोहम्मद अनीस पार्किग की तरफ जाने लगे। इसी बीच मोहम्मद अनीस किसी से बात करने लगे और आफताब आगे बढ़ गए। बकरा मंडी से बाहर निकलते ही अचानक एक गोली उनकी कनपटी पर आ लगी। गोली की आवाज सुनकर बकरा मंडी के लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि आफताब गिरे पड़े थे। उनके पास से बैग भी गायब था। पुलिस को सूचना देने के साथ लोग तुरंत उन्हें एक वाहन में लेकर लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंच गए। यहां इलाज के दौरान उन्होंने 3 बजे दम तोड़ दिया। पुलिस अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया, लेकिन वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं दिखा। लोगों ने बताया कि उन्होंने सिर्फ गोली की आवाज सुनी। किसी ने बदमाशों को नहीं देखा। मोहम्मद अनीस ने पुलिस को बताया कि आफताब के बैग में कोई बड़ी रकम नहीं थी। कुछ कागजात और उनके पैसे ही होंगे।