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लूट का विरोध करने पर हुई थी बुजुर्ग बहनों की हत्या

पश्चिम विहार में दो बुजुर्ग बहनों की हत्या लूट के दौरान विरोध करने पर हुई थी।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 26 Oct 2018 09:31 PM (IST)
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लूट का विरोध करने पर हुई थी बुजुर्ग बहनों की हत्या

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : पश्चिम विहार में दो बुजुर्ग बहनों की हत्या लूट का विरोध करने पर हुई थी। छोटी बहन ने तीनों लुटेरों का डटकर सामना किया था। बाद में बदमाश भारी पड़े और उन्होंने उनके दोनों हाथ बांध दिए थे। साजिश रचने से लेकर हत्या तक में छह आरोपित शामिल थे, जिनमें से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी पहचान नांगलोई निवासी अखिलेश यादव (24), शकूरपुर निवासी दीपक सोनी (22), भलस्वा डेयरी निवासी राजू यादव (34) व उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ निवासी सलमान शाह (19) के रूप में हुई है। वारदात का मास्टर माइंड प्लंबर अखिलेश है। पुलिस ने आरोपितों के पास से लूटे गए सोने व चांदी के आभूषण व अन्य सामान बरामद कर लिए गए हैं।

पुलिस को शुरुआत से ही शक था कि पश्चिम विहार में

25 अक्टूबर को एक फ्लैट में दो बहनों उषा (78) और आशा पाठक (75) की हत्या लूट के चलते की गई है। बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त सेजू पी कुरुविला ने बताया कि पुलिस ने आरोपितों की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी थी। एसीपी आकांक्षा यादव के नेतृत्व में बनी टीम में इंस्पेक्टर सुखबीर मलिक, अरुण देव नेहरा, सब इंस्पेक्टर इमरान खान, रीना सहित कई पुलिसकर्मी शामिल किए गए। टीम ने स्थानीय नेटवर्क, क्षेत्र विशेष से कॉल रिकार्ड, 40 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व अन्य साधनों की मदद ली। सबसे अधिक मदद सीसीटीवी फुटेज से मिली, जिसमें तीन संदिग्ध व्यक्ति सोसायटी परिसर में प्रवेश करते दिखे। पुलिस को पता चला कि प्लंबर अखिलेश 24 अक्टूबर को दोनों बहनों के फ्लैट पर गया था। पुलिस अखिलेश के घर पहुंची। सख्ती से पूछताछ करने पर वह टूट गया और उसने पांच साथियों के नाम बता दिए। इसके बाद पुलिस ने दीपक, सलमान व राजू को दबोच लिया। दो फरार आरोपितों के नाम पुलिस ने अभी नहीं बताए हैं। दीपक प्रसाद नगर इलाके में सेंधमारी की घटना में भी शामिल था।

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घटना से एक दिन पहले की रेकी

आरोपितों से पुलिस को पता चला कि प्लंबर अखिलेश 23 अक्टूबर को काम करने के लिए दोनों बहनों के फ्लैट में गया था। आशा के कहने पर उनके जानकार ने अखिलेश को वहां भेजा था। फ्लैट पर पहुंचने पर उसे पता चला कि दोनों बहनों के अलावा वहां कोई नहीं रहता है। उसे लगा कि उनके पास काफी सारा कीमती सामान व नकदी होगी। उसने पूरे घर व आसपास की रेकी की। फिर बहाना बनाकर काम को अधूरा छोड़ दिया और अगले दिन आने की बात कही। अगले दिन अखिलेश ने आरोपितों के साथ मिलकर साजिश रची। उसने साथियों से कहा कि उन महिलाओं को इलेक्ट्रीशियन की तलाश है। जब वह फ्लैट से निकल जाएगा तब वे खुद को इलेक्ट्रीशियन बताते हुए फ्लैट में दाखिल हो जाएं और वारदात को अंजाम दें। साजिश के तहत तीनों वहां पहुंचे और लूट का विरोध करने पर दोनों की हत्या कर दी। क्या थी घटना

पश्चिम विहार में दोनों बहनों का गला घोंटकर हत्या की गई थी। घर का सारा सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था। कई कीमती सामान गायब थे। पुलिस को मामले की जानकारी तब मिली जब घर में काम करने के लिए घरेलू सहायिका पहुंची।

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