लड़की से यौन शोषण में घिरी आध्यात्मिक यूनिवर्सिटी, 17 साल बाद खुला राज
लोगों ने आरोप लगाया कि संस्थान के अंदर कई युवतियों को बंधक बनाकर रखा गया है और उनके साथ ज्यादतियां की जाती हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। रोहिणी इलाके में लोगों को आध्यात्मिकता का पाढ़ पढ़ाने वाले नामी संस्थान के संचालक के खिलाफ पॉक्सो व दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। यह मामला 17 साल पूर्व हुई वारदात को लेकर दर्ज किया गया है। ऐसे में मामले की जांच की जिम्मेदारी रोहिणी जिला पुलिस की अन्वेषण इकाई (डीआइयू) को सौंपी गई है। पुलिस ने मामले में अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है।
यह मामला शनिवार को तब संज्ञान में आया, जब लोग संस्थान के बाहर हंगाम करने लगे। लोगों ने आरोप लगाया कि संस्थान के अंदर कई युवतियों को बंधक बनाकर रखा गया है और उनके साथ ज्यादतियां की जाती हैं। हंगामा कर रहे लोगों ने संस्थान के मुख्य गेट पर तोड़फोड़ की।
मौके पर पहुंची ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। इसके बाद एक पीड़ित के बयान पर विजय विहार थाने में संस्थान के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
यह संस्थान रोहिणी के विजय विहार इलाके में स्थित है। इस संस्थान के संचालक वीरेंद्र देव दीक्षित हैं। रोहिणी जिले के पुलिस उपायुक्त ऋषिपाल के मुताबिक पीड़ित ने अपने साथ वर्ष 2000 में दुष्कर्म की शिकायत दी है।
उसने आरोप लगाया है कि जब वह 12 साल की थी तो वर्ष 2000 में पिता के साथ संस्थान में आई थी। तब आरोपी ने उसका यौन शोषण किया था, लेकिन तब वह छोटी थी।