राहुल की सदबुद्धि के लिए अरदास, उठा सवाल- पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने माफी क्यों मांगी थी
हरमीत सिंह कालका ने कहा कि राहुल का बयान तथ्यों से दूर है। यदि कांग्रेस ने कत्लेआम नहीं करवाया तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसके लिए संसद में माफी क्यों मागी थी
By Edited By: Updated: Tue, 28 Aug 2018 08:31 PM (IST)
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सदबुद्धि देने के लिए गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में अरदास की गई। कांग्रेस अध्यक्ष ने पिछले दिनों बयान दिया था कि 1984 के सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस का हाथ नहीं था। इसकी निंदा करते हुए दंगा पीड़ित परिवारों व अकाली नेताओं ने अरदास की।
मनमोहन सिंह ने माफी क्यों मांगी थी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा कि राहुल का बयान तथ्यों से दूर है। यदि कांग्रेस ने कत्लेआम नहीं करवाया तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसके लिए संसद में माफी क्यों मागी थी? पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वीकार किया है कि सिख विरोधी दंगें में कांग्रेस के कई नेता शामिल थे।
दंगों में कांग्रेसियों का सीधा हाथ था
कमेटी के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि कांग्रेस का समर्थन करने वाला सच्चा सिख नहीं हो सकता। कांग्रेस अध्यक्ष का बयान सिखों को चेतावनी है कि यदि वह दोबारा सत्ता में आए तो एक बार फिर 1984 जैसा दंगा करेंगे। सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि कत्लेआम की जांच के लिए बने सभी आयोग तथा कमेटियों के सामने एक बात जाहिर हो गई है कि इसमें कांग्रेसियों का सीधा हाथ था। आरोपियों को कांग्रेस ने चुनाव में टिकट दिया और उन्हें मंत्री भी बनाया।
जीके के साथ पूरी पार्टी खड़ी हैअकाली नेताओं ने कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके पर अमेरिका में हुए हमले पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आइएसआइ और सिखों के कातिलों को बचाने वालों ने हमला किया है। वरिष्ठ अकाली नेता अवतार सिंह हित ने कहा कि जीके के साथ पूरी पार्टी खड़ी है। रणजीत कौर ने कहा कि सिख की पगड़ी पर हाथ डालने वाला सच्चा सिख नहीं हो सकता।
दंगा पीड़ितों के परिजन रहे मौजूद
अरदास के दौरान कमेटी के संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह फतेह नगर, अकाली नेता कुलदीप सिंह भोगल, आत्मा सिंह लुबाणा, कुलमोहन सिंह सहित अन्य नेता व कार्यकर्ता तथा दंगा पीड़ितों के परिजन मौजूद थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।