Coronavirus LockDown: 3 पुलिसवालों ने गढ़ी थी झूठी कहानी, खुला राज तो महकमा हुआ नाराज
Coronavirus LockDown निलंबित पुलिस कर्मियों ने दावा किया था कि उन्होंने संक्रमित पुलिस कर्मी के साथ ड्यूटी की थी और उन्हें क्वारंटाइन के लिए घर भेजा जाना चाहिए।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Coronavirus LockDown: छुट्टी लेने के लिए कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने की झूठी कहानी बनाने वाले दिल्ली पुलिस के तीन कांस्टेबल अनुशासनहीनता के मामले में निलंबित किए गए हैं। वहीं वास्तव में कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने वाले तीन पुलिस कर्मियों की जांच लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में कराई गई है और उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल तीनों को क्वारंटाइन में रखा गया है।
डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि तीनों पुलिस कर्मियों को शास्त्री पार्क पुलिस स्टेशन की मेट्रो यूनिट में तैनात किया गया था। इस स्टेशन में 28 अप्रैल को एक सब-इंस्पेक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
बताया जा रहा है कि निलंबित पुलिस कर्मियों ने दावा किया था कि उन्होंने संक्रमित पुलिस कर्मी के साथ ड्यूटी की थी और उन्हें क्वारंटाइन के लिए घर भेजा जाना चाहिए। दावे की जांच में पता चला कि तीनों ने छुट्टी लेने के लिए झूठ बोला था। पुलिस के अनुसार, कोरोना संक्रमित पुलिस कर्मी या तो घर पर था या पिछले कुछ दिनों से पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारियों के कमरे में था और बाहर नहीं गया था।
डीसीपी के अनुसार झूठ बोलने के बजाय कांस्टेबल छुट्टी के लिए आवेदन कर सकते थे या मेडिकल के लिए आवेदन कर छुट्टी लेकर आराम कर सकते थे। पुलिस पहले से ही अपने कर्मचारियों को शिफ्ट में ड्यूटी पर लगा रही है, जिससे कोई भी पुलिसकर्मी काम के बोझ के कारण परेशान न हो। जो सब इंस्पेक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें 21 अप्रैल को बुखार हुआ और मेडिकल जांच के बाद घर भेज दिया गया। 23 अप्रैल को आरएमएल अस्पताल में उनका कोविड-19 का परीक्षण किया गया था और रिपोर्ट 28 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वैसे दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान छुट्टी लेने के लिए इस तरह झूठ बोलने के पहला मामला सामने आया है। बता दें कि दिल्ली पुलिस कोरोना संक्रमण फैलने के साथ ही अपने बुजुर्ग पुलिसवालों की सेवाएं नहीं ले रही हैं।