दरिंदगी से दिल्ली शर्मसार: होटल में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म, ड्रिंक में नशा देकर 3 लोगों ने की हैवानियत
Delhi Crime दिल्ली के होटल में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना से राजधानी एक बार फिर शर्मसार हो गया है। तीन लोगों ने महिला के ड्रिंक में नशीला पदार्थ देकर घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। इसमें एक शख्स पीड़िता का जानकार है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Crime: दिल्ली के होटल में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना से राजधानी एक बार फिर शर्मसार हो गया है। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में महिला को नशीला पदार्थ पिलाकर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के एक जानकार ने मिलने के बहाने उसे इलाके के एक होटल में बुलाया। फिर दो दोस्तों के साथ मिलकर बारी-बारी से घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। मंगलवार को पुलिस ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) उषा रंगनानी ने बताया कि घटना के संबंध में रविवार को आदर्श नगर पुलिस स्टेशन में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ।पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि उसके परिचित अजय (39) ने रविवार को उसे एक होटल के कमरे में बुलाया था। जब वह होटल के कमरे में पहुंची तो वहां पहले से अजय के दो दोस्त तारा चंद (34) और नरेश (38) मौजूद थे।
बेहोशी की हालत में की दरिंदगी
पीड़िता ने बताया कि आरोपितों ने उसे ड्रिंग में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया और जिसके बाद बेहोश हो गई।इसके बाद तीनों ने महिला के साथ बारी-बारी दुष्कर्म किया। तीनों आरोपित राजस्थान के अलवर जिले के मूल निवासी हैं। किसी को कुछ बताने पर पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद तीनों होटल से फरार हो गए।
आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज
आदर्श नगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि महिला के बयान और मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) रिपोर्ट के आधार पर आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डी (सामूहिक बलात्कार), 377 (अप्राकृतिक अपराध) और 328 (जहर आदि से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की एक टीम ने होटल से सैंपल एकत्र किए हैं और आगे की जांच जारी है।
यौन उत्पीड़न पीड़ितों को मुआवजा देने की तैयारी
दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण (डीएसएलएसए) ने हलफनामा दाखिल करके दिल्ली हाई कोर्ट को सूचित किया कि यौन उत्पीड़न के शिकार ऐसे नाबालिग जिनके मामले का निपटारा हो चुका है, लेकिन उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है। उनके लिए अन्य हितधारकों के परामर्श से एसओपी तैयार की जा रही है।
डीएसएलएसए ने कहा कि पाक्सो-2012 के तहत निपटाए गए 81,902 मामलों का निपटारा किया गया, लेकिन पीड़ितों को मुआवजा नहीं दिया गया है। डीएसएलएसए के हलफनामे पर न्यायमूर्ति जसमीत सिंह की पीठ ने कहा कि अदालत को उम्मीद है कि आज से चार सप्ताह की अवधि के भीतर एसओपी तैयार कर लागू कर दी जाएगी। डीएसएलएसए की सचिव हर्षिता मिश्रा ने कोर्ट को बताया कि दिल्ली सरकार से 15.50 करोड़ रुपये की मंजूरी के संबंध में जानकारी मिली है। अदालत ने पिछले महीने इस संबंध में आदेश दिया था।
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