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दिल्ली की सड़कों पर नहीं नजर आएंगे 38 लाख से अधिक वाहन, जानिये- क्या होगा इनका

दिशा-निर्देश के अनुसार यातायात पुलिस, कैंट बोर्ड, परिवहन विभाग तथा स्थानीय निकाय सड़क पर खड़े कबाड़ वाहनों, 15 साल पुराने वाहनों को जब्त कर उन्हें स्क्रैपिंग सेंटर भेजेंगे।

By Edited By: Updated: Mon, 27 Aug 2018 07:59 AM (IST)
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दिल्ली की सड़कों पर नहीं नजर आएंगे 38 लाख से अधिक वाहन, जानिये- क्या होगा इनका
नई दिल्ली (जेएनएन)। जल्द ही दिल्ली की सड़कों से 38 लाख से अधिक वाहन दूर होंगे। इन्हें नष्ट करने का रास्ता साफ हो गया है। परिवहन विभाग ने इससे संबंधित पॉलिसी को लागू कर दिशा-निर्देश शुक्रवार को जारी कर दिए। इसके तहत दिल्ली में 15 साल पुरानी पेट्रोल और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को इकोफ्रेंडली तरीके से अधिकृत सेंटरों पर ही नष्ट किया जा सकेगा। इसके अलावा दूसरे राज्यों से आई गाड़ियों को भी इन सेंटरों पर नष्ट किया जा सकेगा। गाइडलाइंस फॉर स्क्रैपिंग ऑफ मोटर व्हीकल्स इन दिल्ली-2018 में एनजीटी के निर्देशों का ध्यान रखा गया है, जिससे कि पर्यावरण को नुकसान न हो। पुरानी गाड़ियों को कहा नष्ट किया जाएगा, इस बारे में अधिकृत स्क्रैप डीलरों का चयन और प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन सिस्टम तीन महीने में तैयार हो जाएगा।

दिशा-निर्देश के अनुसार यातायात पुलिस, कैंट बोर्ड, परिवहन विभाग तथा स्थानीय निकाय सड़क पर खड़े कबाड़ वाहनों, 15 साल पुराने वाहनों को जब्त कर उन्हें स्क्रैपिंग सेंटर भेजेंगे। स्क्रैप डीलर इन गाड़ियों की पूरी जानकारी, कीमत वेबसाइट पर अपलोड करेगा। अधिकृत सेंटर इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कराएंगे। हर डीलर को तीन महीने की रिपोर्ट रखनी होगी। डीलर वाहन मालिक को स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट देगा। एक सेंटर को 5 साल का लाइसेंस मिलेगा।

बता दें कि सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल दिल्ली में अदालती आदेश की धज्जियां उड़ाकर 15 साल और इससे अधिक पुराने वाहन चल रहे हैं। इनकी संख्या 37 लाख 72 हजार 124 है। इसमें 10 लाख कार व 24 लाख दो पहिया वाहन शामिल हैं। जबकि बसों व ट्रकों की संख्या भी अच्छी खासी है। इसके अलावा 10 साल पुराने डीजल वाहनों की संख्या भी अच्छी खासी है। दिल्ली में प्रति वर्ष औसतन वाहनों की संख्या 7 लाख प्रति वर्ष के हिसाब से बढ़ रही है।

पुराने वाहनों से क्या क्या हो रही हैं समस्याएं पार्किंग
दिल्ली में पार्किंग को लेकर मारपीट के मामले हो रहे हैं। पुराने वाहनों से पार्किंग की समस्या इसलिए भी आ रही है कि लोगों ने नई कारें या मोटरसाइकिलें तो खरीद लीं, मगर पुराने वाहन को नहीं हटाया। घर के सामने दोनों वाहन खड़े रहते हैं। इस कारण झगड़े होते हैं। 

प्रदूषण की समस्या
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का एक कारण पुराने वाहनों का होना भी है। इससे भी प्रदूषण फैल रहा है। इस प्रदूषण के लिए ये लोग भी जिम्मेदार हैं जो ऐसे पुराने वाहनों का उपयोग करते हैं।

जाम की समस्या
इन वाहनों को हटा दिया जाता है तो दिल्ली में एकाएक 38 लाख वाहन कम हो जाएंगे। इससे जाम की समस्या भी कम होगी।

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