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Hit and Run: एक साल में हिट एंड रन से दिल्ली में 666 लोगों की मौत, 2022 की तुलना में आई इतनी कमी

पिछले साल राजधानी में हिट एंड रन मामले में 2022 की तुलना में मामूली कमी आई है। हिट एंड रन के ज्यादातर मामलाें में वाहन चालक दुर्घटना होने पर घायलाें को सहायता पहुंचाने के बजाय पकड़े जाने के डर और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए भाग जाते हैं। साल 2023 में 666 लोगों की जान गई जबकि 2022 में 673 लोगों की मौत हुई थी।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Sonu SumanUpdated: Thu, 04 Jan 2024 06:24 PM (IST)
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राजधानी में पिछले साल हिट एंड रन मामले में गई 666 लोगों की जान।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पिछले साल राजधानी में हिट एंड रन मामले में 2022 की तुलना में मामूली कमी आई है। हिट एंड रन के ज्यादातर मामलाें में वाहन चालक दुर्घटना होने पर घायलाें को सहायता पहुंचाने के बजाय पकड़े जाने के डर और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए भाग जाते हैं।

दुर्घटना के बाद मौके से भागने के पीछे बड़ा कारण यह भी होता है कि चालकों के पास या तो ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होते अथवा वाहनों के दस्तावेज नहीं होते हैं। अधिकतर भारी वाहनों के चालक दिन में भी शराब अथवा अन्य तरीके के नशे का सेवन कर वाहन चलाते हैं, जो दुर्घटना हो जाने के बाद मौके से इसलिए भाग जाते हैं, ताकि लोग उनकी पिटाई कर हत्या न कर दें।

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विशेष आयुक्त यातायात एसएस यादव के मुताबिक हिट एंड रन मामले में आम लोग आरोपित चालकों और वाहन के बारे में पुलिस को जानकारी देने के लिए तैयार नहीं होते हैं, जबकि कानून में यह प्रविधान है कि घटना के किसी भी शिकायतकर्ता और गवाह को पुलिस द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा।

सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया जारी

दूसरा कारण देर रात सुनसान जगहों पर होने वाली दुर्घटना हैं, जहां प्रत्यक्षदर्शी उपलब्ध नहीं होते हैं। तकनीकी निगरानी और अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे होने पर आरोपितों की पहचान की जा सकती है। इसके लिए सेफ सिटी प्रोजक्ट के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया पहले से चल रही है।

हिट एंड रन की मुख्य वजहें

  • ड्राइविंग लाइसेंस का न होगा
  • वाहनों के दस्तावेज न होना
  • नशे में वाहन चलाना
  • आम लोगों द्वारा पिटाई का डर
  • पुलिस कार्रवाई का चक्कर
  • कानून का भय न होना

हिट एंड रन मामलों पर एक नजर

  • 2023 में राजधानी में कुल 5834 सड़क दुर्घटनाओं में 1751 हिट एंड रन के सामने आए, जिनमें 1275 लोग घायल हो गए जबकि 666 लोगों की मौत हो गई।
  • 2022 में राजधानी में कुल 5652 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 1772 हिट एंड रन के मामले सामने आए। इन दुर्घटनाओं में 1321 लोग घायल हो गए जबकि 673 लोगों की मौत हो गई।
  • 2021 में कुल 4720 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 1590 हिट एंड रन के मामले सामने आए। इन दुर्घटनाओं में 1199 लोग घायल हो गए जबकि 558 लोगों की मौत हो गई।

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