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मां-बेटे की मौत के मामले में हाई कोर्ट में याचिका दायर, 5 अगस्त को होगी सुनवाई; DDA के नाले में डूबकर गई थी जान

Delhi Today News राजधानी में डीडीए के नाले में गिरने से मां-बेटे की मौत के मामले में हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। मृतकों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा दिलाने व जिम्मेदार ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। इस मामले में पांच अगस्त को हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। जानिए आखिर पूरा मामला क्या था?

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Fri, 02 Aug 2024 06:32 PM (IST)
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नाले में गिरने से मां-बेटे की मौत के मामले में हाई कोर्ट याचिका दायर। फाइल फोटो

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की लापरवाही से मां-बेटे की मौत के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है।

मयूर विहार में डीडीए के 15 फुट गहरे नाले में गिरने से मां और बेटे की मौत हो गई थी। इस मामले में दोषी ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की गई है।

नाली निर्माण के ऑडिट की भी मांग की गई

दिल्ली के मयूर विहार में खुले डीडीए नाले में गिरने से मां और बच्चे की मौत पर दिल्ली उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है और बाढ़ शमन उपायों सहित सभी चल रहे नाली निर्माण के ऑडिट की भी मांग की गई है।

मृतकों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए

इस मामले की सुनवाई पांच अगस्त को होगी। याचिका में कहा गया है कि दोषी ठेकेदार इस दुर्घटना में मृत तनुजा और उसके बेटे प्रियांश से जुड़ी दुखद घटना के लिए जिम्मेदार है। मांग की गई कि तनुजा और प्रियांशु के परिवार को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए। जिसकी राशि न्यायालय द्वारा निर्धारित की जाए।

ये था मामला

राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर में सिविक एजेंसियों की लापरवाही ने दो जिंदगियां लील ली। दिल्ली में बुधवार को सर्वाधिक मयूर विहार में 142 एमएम वर्षा हुई थीं, इतनी वर्षा हुई जितनी बादल के फटने पर होती है। इस वर्षा से गाजीपुर में पानी भर गया था, सड़क व नाले दिखाई नहीं दे रहे थे।

15 फुट गहरे नाले में गिर गए थे मां-बेटा

वहीं, खोड़ा कॉलोनी निवासी तनुजा बिष्ट अपने तीन वर्षीय बेटे प्रियांशु को गोद में लेकर साप्ताहिक बाजार से घर जा रही थीं। जलभराव के कारण वह 15 फुट गहरे डीडीए के खुले नाले को देख नहीं सकीं और वह बच्चे समेत उसमें डूब गईं। उन्हें बचाने के चक्कर में महिला की रिश्तेदार पिंकी भी नाले में गिर गई थीं, उन्हें मौके पर मौजूद लोगों ने बचा लिया।

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मूलरूप से उत्तराखंड के रानीखेत स्थित भटकोट गांव के रहने वाले गोविंद बिष्ट परिवार के साथ गाजीपुर से सटे खोड़ा कॉलोनी में ससुर के मकान में रहते हैं। परिवार में पत्नी तनुजा व इकलौता बेटा प्रियांशु, पिता गिरधर व तीन भाई हैं। उनका एक भाई सेना में है।

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