नाले में डूबे मां-बेटे: थम गई थी सांसें, शव निकाले तो गोद में था जिगर का टुकड़ा; मंजर देख हर कोई रो पड़ा
दिल्ली में हुए हादसे के बारे में सुनकर हर किसी का कलेजा सहम उठा है। राजधानी में सिस्टम की घोर लापरवाही ने महिला और उसके मासूम बच्चे की जिंदगी लील ली। बारिश के दौरान दोनों की डीडीए के 15 फुट गहरे नाले में गिरकर मौत हुई है। जब शव निकाले गए तो बेटे का शव मृतक मां की गोद में था। यह देख हर किसी आंखों में आंसू छलक पड़े।
डिजिटल डेस्क, पूर्वी दिल्ली। देश की राजधानी में कलेजे को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जिस दिल्ली को लेकर पूरा देश गर्व करता है, उसी दिल्ली में सिस्टम का बुरा हाल है। इसका ताजा उदाहरण बुधवार को देखने को मिला। राजधानी में दो घंटे की बारिश ने ही पूरे सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। लोगों का कलेजा तब फट गया जब गोद में लिए मासूम बेटे साथ महिला की डीडीए के नाले में डूबकर मौत हो गई।
दरअसल, खोड़ा कॉलोनी निवासी तनुजा बिष्ट बुधवार को अपने तीन वर्षीय बेटे प्रियांशु को गोद में लेकर साप्ताहिक बाजार से घर जा रही थीं। इसी दौरान तेज बारिश आने लगी और वह कुछ देर बारिश रुकने का इंतजार करने के बाद घर के लिए चल दी। लेकिन उसे क्या पता था कि वह घर तक भी नहीं पहुंच पाएगी। जब वह मासूम बेटे को गोद में लेकर जा रही थी तो इतना जलभराव हुआ था कि सड़क और नाले का कुछ नहीं पता चल रहा था। इस दौरान उसके साथ उसकी रिश्तेदार पिंकी भी साथ थी।
लापरवाही ने छीन ली दो जिंदगी
बताया गया कि कुछ दूर चलने के बाद महिला मासूम बेटे के साथ डीडीए के 15 फुट गहरे नाले में गिर गई। चीख-पुकार मची तो पिंकी तनुजा और उसके मासूम बेटे को बचाने के लिए नाले में कूद गई। लेकिन वह भी गहरे पानी में डूब गई। हालांकि, वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह पिंकी को बचा लिया। लेकिन तनुजा और उनके मासूम बच्ची की जान नहीं बचा सके।जहां गिरे वहां से 150 मीटर दूर मिले दोनों के शव
घटना की जानकारी लगने पर साबिबाबाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और महिला व उनके बच्चे को तलाशना शुरू किया। पुलिस ने करीब चार घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी पुलिस को निराशा हाथ लगी। घटनास्थल से करीब 150 मीटर दूर महिला और बच्चे के शव मिले। लेकिन जिस स्थिति में दोनों के शव थे, उन्हें देखकर हर किसी की आंखों में आंसू गए। दोनों की सांसें थम चुकी थीं, लेकिन उसके बावजूद भी बच्चे का शव मृतक महिला की गोद में था।
उजड़ गया गोविंद का परिवार
मूलरूप से उत्तराखंड के रानीखेत स्थित भटकोट गांव के रहने वाले गोविंद बिष्ट परिवार के साथ गाजीपुर से सटे खोड़ा कॉलोनी में ससुर के मकान में रहते हैं। परिवार में पत्नी तनुजा व इकलौता बेटा प्रियांशु, पिता गिरधर व तीन भाई हैं। उनका एक भाई सेना में है।यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर हुआ था हादसा
जिस जगह हादसा हुआ है वह दिल्ली व यूपी का बॉर्डर है। इस घटना के पीछे सिविक एजेंसियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। वहीं, गाजीपुर थाना पुलिस ने लापरवाही से मौत की धारा में प्राथमिकी की दर्ज है।
इस मामले में मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पता लगाया जा रहा है कि नाला किस विभाग का है और किसकी गलती की वजह से यह हादसा हुआ है। - अपूर्वा गुप्ता, पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त
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