केजरीवाल सरकार पर लगा बेहद गंभीर आरोप, निजी डॉक्टर को बना दिया रजिस्ट्रार
भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस पूरे प्रकरण पर जवाब मांगा है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. ऋषिराज के लॉकर से स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की संपत्तियों के दस्तावेज मिलने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) की दिल्ली सरकार यह सफाई दे रही है कि मंत्री का रजिस्ट्रार से कोई रिश्ता नहीं है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि नियमों को दरकिनार कर सरकार ने निजी प्रैक्टिस करने वाले इस डॉक्टर को रजिस्ट्रार के पद पर बैठा दिया।
काउंसिल में 15 सदस्य होते हैं, जिसमें आठ निर्वाचित, दो डेंटल कॉलेजों के प्राचार्य या निदेशक, एक भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआइ) का प्रतिनिधि, एक स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय का अधिकारी व तीन सदस्यों को दिल्ली सरकार मनोनीत करती है।
काउंसिल के सदस्यों के अनुसार कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में एक मानक तय करते हुए यह प्रावधान किया था कि वह डेंटल साइंस में स्नातकोत्तर की डिग्री वाले डॉक्टर को ही मनोनीत करेगी।
हालांकि, काउंसिल के एक्ट में ऐसा कोई कानून नहीं है। इसलिए पूर्व सरकार के फैसले को मानने की कोई बाध्यता नहीं है। यही वजह है कि केजरीवाल सरकार ने डॉ. ऋषिराज, डॉ. विपिन मित्तल व एक अन्य डॉक्टर को मनोनीत किया।
बताया जा रहा है कि इन तीनों के पास बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल साइंस) की डिग्री है। पहले काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. महेश वर्मा थे, जो मौलाना आजाद डेंटल कॉलेज के निदेशक भी हैं। नई काउंसिल के गठन के बाद डॉ. महेश वर्मा अध्यक्ष बन गए, इसलिए रजिस्ट्रार का पद रिक्त हो गया।
इस जगह पर डॉ. ऋषिराज को रजिस्ट्रार बना दिया गया। काउंसिल के एक सदस्य ने कहा कि यह नियमों के खिलाफ है, क्योंकि रजिस्ट्रार स्थायी सरकारी पद है। काउंसिल के किसी सदस्य व निजी डॉक्टर को रजिस्ट्रार नहीं बनाया जा सकता।
फिर भी डॉ. ऋषिराज को रजिस्ट्रार बना दिया गया, जबकि वह शालीमार बाग में निजी प्रैक्टिस करते थे। इस मामले में खास बात यह है कि सरकार द्वारा मनोनीत सदस्य डॉ. विपिन मित्तल की पहचान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के डॉक्टर के रूप में रही है।
सत्येंद्र जैन को मंत्री पद से हटाएं केजरीवालः मनोज तिवारी
दिल्ली डेंटल काउंसिल (DDC) के रजिस्ट्रार के लॉकर से स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की संपत्ति के दस्तावेज मिलने के बाद विपक्ष दिल्ली सरकार पर हमलावर हो गया है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सत्येंद्र जैन के इस्तीफे की मांग करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस पूरे प्रकरण पर जवाब मांगा है। उन्होंने कहा है कि नैतिकता की दुहाई देने वाले अरविंद केजरीवाल का इस मामले में चुप रहना कई सवाल खड़े कर रहा है।