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Lok Sabha Elections 2024: दिल्ली में AAP-कांग्रेस का गठबंधन हुआ तो सीट बंटवारे का रहेगा ये फार्मूला

Lok Sabha Elections 2024 लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में आप के साथ संभावित गठबंधन में कांग्रेस अपने खाते में अधिक सीटें रखना चाह रही है। आईएनडीआईए के सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे का जो फार्मूला तय हुआ है उसके अनुसार 2019 में जहां जिस सीट पर जो दल पहले या दूसरे नंबर पर रहा था वह सीट उसी को दी जााएगी।

By sanjeev Gupta Edited By: Shyamji Tiwari Updated: Thu, 04 Jan 2024 10:26 PM (IST)
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दिल्ली में AAP-कांग्रेस का गठबंधन हुआ तो सीट बंटवारे का रहेगा ये फार्मूला
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में आप के साथ संभावित गठबंधन में कांग्रेस अपने खाते में अधिक सीटें रखना चाह रही है। इसके लिए उसके पास आईएनडीआईए के राष्ट्रीय फार्मूले का मजबूत आधार भी है। पार्टी का साफ कहना है कि यह चुनाव मुख्यमंत्री का नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री का है, इसलिए लोकसभा चुनाव में पिछली बार के प्रदर्शन पर ही सीट बांटी जाएगी।

2019 का सीट बंटवारे का रहेगा फार्मूला

गौरतलब है कि आईएनडीआईए के सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे का जो फार्मूला तय हुआ है, उसके अनुसार, 2019 में जहां जिस सीट पर जो दल पहले या दूसरे नंबर पर रहा था, वह सीट उसी को दी जााएगी। इस फार्मूले के आधार पर दिल्ली में पांच और दो सीट का फार्मूूला बैठता है। दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव में यहां की सात में से पांच सीटों पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी, जबकि दो सीटों पर आम आदमी पार्टी ने दूसरा स्थान पाया था।

दिल्ली के लिए अलग नहीं होगा फार्मूला

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि दिल्ली के लिए अलग फार्मूला नहीं बनेगा, बल्कि यही रहेगा। दूसरी तरफ यह नेता इतना नरम रूख भी दिखा रहे हैं कि जरूरत अनुसार, पांच- दो नहीं तो चार- तीन का फार्मूला रखा जा सकता है। मतलब, चार सीट कांग्रेस को एवं तीन आप को दी जा सकती है। इससे कम में कोई गठबंधन नहीं हो पाएगा।

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उधर आप जिन दो सीटों पर आगे रही थी, उनमें से एक है दक्षिणी दिल्ली और दूसरी उत्तर पश्चिमी दिल्ली। सूत्र बताते हैं कि आप चांदनी चौक और उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट में दिलचस्पी रख रही है। पश्चिमी दिल्ली सीट भी वह मांग सकती है। जबकि कांग्रेस नई दिल्ली सीट कतई नहीं छोड़ेगी तो चांदनी चौक सीट को लेकर भी अड़ियल रवैया अपना सकती है। उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर भी विवाद हो सकता है। इस स्थिति में आप और कांग्रेस आपसी तालमेल से ही सीटों का बंटवारा कर सकती हैं।

देखिए, अगर आप और कांग्रेस के बीच लोस चुनाव के लिए गठबंधन होता है तो उसी फार्मूले पर होगा, जो देश में अन्य राज्यों के लिए है। इस हिसाब से कांग्रेस पांच सीटों पर लड़ेगी और आप को दो सीट मिलेगी। बहुत हुआ तो कांग्रेस चार सीट रखकर आप को तीन सीट दे सकती है। इससे अधिक कुछ नहीं। आप को यह मानना ही पड़ेगा।- अरविंदर सिंह लवली, अध्यक्ष, दिल्ली कांग्रेस

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