'मां जीत गई थीं, मैं भी जीत जाऊंगी...', नई दिल्ली सीट पर बांसुरी स्वराज के सामने हैं गठबंधन प्रत्याशी सोमनाथ भारती
नई दिल्ली लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी बांसुरी स्वराज के सामने गठबंधन प्रत्याशी सोमनाथ भारती मैदान में हैं। अब चुनावी सरगर्मी बढ़ने के साथ ही प्रचार का तरीका भी बदला है। अब सभा से ज्यादा रोड शो के चमक-दमक से मतदाताओं के दिल में उतरने की कोशिश हो रही है। वर्तमान में दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों पर आप का कब्जा है।
अजय राय, नई दिल्ली। किसी ख्याति प्राप्त व्यक्तित्व की संतान होना, मौके तो आसानी से दिला सकता है, लेकिन इसके साथ ही तुलना का भी सामना करना पड़ता है। चाहे काम की तुलना हो या व्यवहार की या किसी अन्य गुण की।
नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर नए सूरमा के तौर पर चुनाव मैदान में उतरीं दिवंगत दिग्गज भाजपा नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज के लिए यही सबसे बड़ी चुनौती है।
लोगों के बीच अपनी पहचान और विश्वसनीयता बनाने की डगर आसान नहीं है। उनके सामने दिल्ली में सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं तीन बार के विधायक सोमनाथ भारती हैं, जो कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में हैं।
अब तक तीनों दल अपनी लड़ाई अलग-अलग लड़ते थे, लेकिन गठबंधन के चलते इस बाद मुकाबला आमने-सामने का है, इसलिए नए सूरमा के लिए चुनाव का रण में कांटे का होने वाला है।
दो माह पहले भाजपा प्रत्याशी के रूप में बांसुरी के नाम की घोषणा हुई, तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी में ही अपनी स्वीकार्यता को मजबूत करना था। इसके बाद उन्होंने शुरुआत में प्रतिदिन दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के घर जाकर उनसे आशीर्वाद लिया।इसके साथ ही साथ क्षेत्र में मंडल स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन कर सबको साथ लिया। उन्होंने करीब 50 दिन तक संसदीय क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों में रणनीति के तहत छोटी-छोटी सभाएं कीं।
हर दिन एक से दो सभा और उसमें केंद्रीय योजनाओं की सफलता की कहानी बतानी शुरू की। महिलाओं और युवाओं के साथ सीधा संवाद स्थापित किया। मंदिर और गुरुद्वारे भी गईं। अपने पांच प्रमुख मुद्दों को रखा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।