Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

'मैंने भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए उठाई आवाज', AAP नेता संजय सिंह ने बताया उन्हें क्यों भेजा गया था जेल!

आप नेता Sanjay Singh ने Hindenburg की नई रिपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि अदाणी के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए उन्हें मोदी सरकार ने जेल भेजा था। उन्होंने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर दावा किया कि अदाणी की कंपनियों में सेबी की अध्यक्ष का भी पैसा लगा है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 11 Aug 2024 11:52 AM (IST)
Hero Image
आप नेता ने Hindenburg की नई रिपोर्ट को लेकर केंद्र पर हमला बोला। (फोटो- @AamAadmiParty)

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सांसद और पार्टी नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने हिंडनबर्ग (Hindenburg) की नई रिपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अदाणी ने फर्जी तरीके से कंपनियां खड़ी कर अपने शेयर बढ़ाए, लोगों ने इनकी कंपनी में पैसा लगाया और बाद में इनकी कंपनियों के शेयर गिर गए तो 850 हजार करोड़ रुपये लोगों के डूब गए।

सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को सौंपी जांच

आप नेता ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को जांच सौंप दी। सेबी ने गोलमोल जांच की, मगर कल हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट सामने आई है जिसमें पता चला है कि अदाणी की कंपनियों में सेबी की अध्यक्ष और उनके पति ने भी पैसे लगाए हैं।

👉 इन्हीं फर्ज़ी कंपनियों के ज़रिए अदाणी ने भारत में अपनी… pic.twitter.com/CKsGexlhqF— AAP (@AamAadmiParty) August 11, 2024

सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी है मोदी सरकार- AAP

उन्होंने आरोप लगाया कि हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट की मोदी सरकार को भनक लग गई तो तीन दिन पहले मोदी जी ने संसद का सत्र समाप्त कर दिया। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी है।

आप नेता ने कहा कि अपने दोस्त अदाणी को बचाने के लिए मोदी सरकार ने उसी सेबी अध्यक्ष से जांच कराई जिसने अदाणी के साथ मिलकर घोटाला किया। उन्होंने मांग की है कि सर्वोच्च न्यायालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए।

ये भी पढ़ें-

Hindenburg ने सेबी प्रमुख माधबी पर लगाए आरोप, कहा- अदाणी घोटाले में इस्तेमाल कंपनियों में थी हिस्सेदारी

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर