AAP News आम आदमी पार्टी (आप AAP) को बड़ा झटका लगा है। सीमापुरी से विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। गौतम हिंदू देवी-देवताओं को लेकर विवादित टिप्पणी के कारण चर्चा में रहे हैं। अब देखना होगा कि गौतम के जाने से आप को कितना नुकसान होता है। इससे आप कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में सीमापुरी से आम आदमी पार्टी AAP के विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने शुक्रवार को सीएम केजरीवाल को तगड़ा झटका दे दिया है। अब उन्होंने आप को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। वे हिंदू देवी देवता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी से विवादों में रहे थे।
आप विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को कांग्रेस के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
वहीं, राजेंद्र पाल गौतम ने कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन करने के दौरान आप आदमी पार्टी को सामाजिक न्याय और अनुसूचित जाति-जनजाति विरोधी बताया है।
राजेंद्र पाल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने मुझे दो बार विधायक और मंत्री बनने का मौका दिया, उसके लिए उनका आभार, लेकिन मैं जो सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ता आ रहा हूं, उसमें उनका साथ नहीं मिला।अनुसूचित जाति जनजाति के बच्चों के लिए बनाई गई जय भीम छात्रवृत्ति योजना भी आप सरकार ने बंद कर दी।समुदाय के लोगों को न्याय दिलाने के लिए भी केजरीवाल कभी आगे नहीं आए।
गौतम ने अपने पूर्व विवादित बयानों को लेकर कहा कि सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए। अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों को भी बेरोकटोक मंदिर में जाने की छूट मिले।
कौन हैं राजेंद्र पाल गौतम
पिछले ढाई साल से भी अधिक समय से दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के राजेंद्र पाल गौतम पहले मंत्री हैं, जिन्हें विपक्ष के दबाव के चलते अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। यह ताज्जुब की बात है कि पिछले तकरीबन 8 साल से शासन के दौरान AAP के ज्यादातर दलित समुदाय से आने वाले मंत्री ही विभिन्न कारणों से इस्तीफा देने के लिए मजबूर हुए हैं।
राखी बिड़लान और संदीप कुमार भी मंत्री पद गंवा चुके हैं, इस कड़ी में राजेंद्र पाल गौतम भी शामिल हो गए हैं। आइये जानते हैं कि कौन हैं AAP नेता राजेंद्र पाल गौतम और किन कारणों से गंवानी पड़ी थी अपनी कुर्सी?
नशा छुड़ाने का अभियान भी चला चुके हैं राजेंद्र पाल गौतम
राजेंद्र पाल गौतम कई सालों से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। वकालत करने वाले राजेंद्र पाल बड़े बेबाक अंदाज में अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं। राजेंद्र पाल गौतम ने गरीब परिवारों के तकरीबन 500 बच्चों को मुफ्त शिक्षा दिलाने का काम कर चुके हैं। इसके साथ वह युवाओं में नशे की लत छुड़ाने का काम भी शिद्दत से कर चुके हैं।
समाजसेवा के लिए मिला डॉ. आंबेडकर रत्न अवार्ड
राजेंद्र पाल गौतम ने बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा स्थापित समता सैनिक दल के सैनिक बनकर पूरे देश में दलितों और पिछड़ों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी, वह 1987 में ही समता सैनिक दल से जुड़े। उनके कार्यों के चलते वर्ष 2001 में समता सैनिक दल को दिल्ली सरकार ने डॉ. आंबेडकर रत्न अवार्ड प्रदान किया गया।
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काफी सोच समझकर बनाया था अरविंद केजरीवाल ने मंत्री
बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम पहले से ही इस तरह के संगठनों से जुड़े रहे हैं। वह खुद भी एक संगठन चला रहे हैं। मंत्री बनने के समय भी इन्हीं बातों को लेकर काफी मंथन हुआ था। इससे कई दिनों तक इन्हें मंत्री बनाए जाने का फैसला लटका रहा था। हालांकि, बाद में इनके अनुभव को देखते हुए अन्य विधायकों पर इन्हें वरीयता दी गई थी।
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