Delhi: 'पंडाल के अंत में बैठने वाला आज मुख्य अतिथि बनकर यहां खड़ा है', AVBP के कार्यक्रम में बोले गृह मंत्री अमित शाह
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन बुराड़ी स्थित डीडीए मैदान में बृहस्पतिवार से शुरू हो गया। शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह यहां पहुंचे और अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन किया। पहले दिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दत्ताजी डिडोलकर को समर्पित चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन और सामूहिक वंदे मातरम गान हुआ था। अमित शाह ने शुक्रवार को दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
By uday jagtapEdited By: Pooja TripathiUpdated: Fri, 08 Dec 2023 01:49 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन बुराड़ी स्थित डीडीए मैदान में बृहस्पतिवार से शुरू हो गया। शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह यहां पहुंचे और अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन किया।
पहले दिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, दत्ताजी डिडोलकर को समर्पित चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन और सामूहिक वंदे मातरम गान हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में पहुंच भावुक हुए अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह का संबोधन शुरू होते ही पूरे पंडाल में उत्साह बढ़ गया। अपने संबोधन की शुरुआत में वह बेहद भावुक नजर आए। उन्होंने कहा, 'मैं आज यहां राष्ट्रीय अधिवेशन के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कितना गौरव महसूस कर रहा हूं, ये मैं आपको समझा नहीं पाऊंगा।'वह आगे बोले, 'ये अनुभव वही व्यक्ति कर सकता है, जिसकी शुरुआत राजकोट अधिवेशन में पंडाल के अंत में बैठकर हुई है और वो आज मुख्य अतिथि बनकर यहां खड़ा है।'अमित शाह के संबोधन की प्रमुख बातें-
- एबीवीपी कार्यकर्ता ये संकल्प लें कि 2047 में भारत सर्वप्रथम होगा।
- ये आपकी जिम्मेदारी है। हमारी कई पीढ़ियां आजादी के संघर्ष में खप गईं, उनके सपनों का भारत बनाने की जिम्मेदारी युवाओं की है।
- देश का स्वर्णिम भविष्य युवाओं की राह देख रहा है।
- घपले घोटाले की जगह नई नीतियों ने ले ली।
- देश के अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। लोगों को मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं।
- अनुच्छेद 370 खत्म, अब लाल चौक पर तिरंगा लहराने से कोई नहीं रोक सकता।
- पूर्वोत्तर में शांति की स्थापना पिछले 10 साल में पीएम मोदी की सरकार के कारण हुआ।
- आने वाले दिनों में भारत को सर्व प्रथम होने से कोई नहीं रोक सकता। युवाओं ने युग परिवर्तन किया।
- एबीवीपी का रास्ता ज्ञान, शील, संकल्प का है और उसी रास्ते पर चलना है। अब भारत का समय है। इसे बनाना युवाओं काम है।
- पीएम मोदी लगातार देश के विकास को गति दे रहे हैं। इसमें युवाओं का भविष्य जुड़ा है।
- डिजिटल, एलईडी में भारत नंबर वन है। देश ने सबसे ज्यादा कोरोना रोधी टिके लगाए।
- अब स्टार्टअप को बढ़ावा दे रहे हैं।
- हमारी सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई परिवर्तन किए। आज देश में 2 लाख से ज्यादा स्टार्टअप हैं, जिसमें से बहुत सारे छोटे शहरों में शुरू हुए हैं। रिसर्च में आवेदन 3000 से बढ़कर डेढ़ लाख हुए।
- शिक्षा सिर्फ कैरियर बनाने के लिए नहीं बल्कि देश के विकास के लिए है।
- कोई कल्पना नहीं कर सकता था की अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा।
- वसुधैव कुटुंबकम भारत का विचार और जी20 ने हमारे कूटनीतिक ध्वज को समस्त विश्व में लहराया। वेद हमारी शक्ति हैं।
- एबीवीपी राष्ट्र के पुनर्निर्माण का आंदोलन है। सारे युवा प्रण लें कि हर क्षेत्र में भारत प्रथम होगा।
- 22 जनवरी को सभी लोग राम लला का दर्शन करने जाएं।
- छात्र शक्ति राष्ट्र भक्ति और वंदे मातरम के नारे के साथ संबोधन समाप्त हुआ।
दो प्रस्ताव हुए पारित
बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद (एनईसी) की बैठक में 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक पहल' और 'भारतीय स्व व स्वाभिमान का प्रतीक श्री राम मंदिर' शीर्षक पर प्रस्ताव पारित किए गए।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री हुशियार सिंह मीणा और अंकिता पवार ने राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में दोनों प्रस्ताव रखे थे। एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा, एबीवीपी ने श्रीराम मंदिर व महिलाओं के सुरक्षा और संवर्धन जैसे विषयों से संबंधित आंदोलनों का नेतृत्व किया है।जहां एक ओर राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लाए गए नारी शक्ति अधिनियम 2023 का पारित होना न केवल जन आकांक्षाओं की पूर्ति है, बल्कि महिला नेतृत्व विकसित करने की दृढ़ इच्छाशक्ति की परिणति है।
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