सिंघु बॉर्डर पर देर रात हिरासत में लिए गए सोनम वांगचुक समेत 126 लोग, दिल्ली में घुसने की थी तैयारी
जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक समेत लद्दाख के करीब 126 लोगों को दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से हिरासत में लिया है। वांगचुक केंद्र शासित प्रदेश को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर दिल्ली की ओर मार्च कर रहे थे। दिल्ली में धारा 163 लागू होने के कारण पांच या पांच से अधिक लोग एक साथ प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक समेत लद्दाख के करीब 126 लोगों को दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से हिरासत में लिया है। वांगचुक केंद्र शासित प्रदेश को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर दिल्ली की ओर मार्च कर रहे थे।
इसकी सूचना मिलते ही बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस के सैकड़ों जवानों को सोमवार शाम से ही सिंघु सीमा पर तैनात कर दिया गया था। उत्तरी-बाहरी जिला डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि दिल्ली में धारा 163 लागू है। सभी लोग दिल्ली की सीमाओं में एक साथ प्रवेश कर रहे थे।
I AM BEING DETAINED...
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) September 30, 2024
along with 150 padyatris
at Delhi Border, by a police force of 100s some say 1,000.
Many elderly men & women in their 80s and few dozen Army veterans...
Our fate is unknown.
We were on a most peaceful march to Bapu’s Samadhi... in the largest democracy… pic.twitter.com/iPZOJE5uuM
सभी को अलग थानों में रखा गया
जबकि धारा 163 लागू होने पर पांच या पांच से अधिक लोग एकसाथ जमा नहीं हो सकते हैं। पुलिस ने सोनम समेत कुल 126 लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभी को दिल्ली पुलिस के अलग-अलग थानों में रखा गया है।महिलाओं को हिरासत में नहीं लिया
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मार्च में शामिल महिलाओं को हिरासत में नहीं लिया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तरी और मध्य दिल्ली में पांच लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध के चलते इन्हें हिरासत में लिया गया।
वांगचुक ने शेयर की तस्वीरें
हिरासत में लिए जाने से कुछ समय पहले एक्स पर पोस्ट कर वांगचुक ने दिल्ली सीमा की तस्वीरें शेयर कीं। वहां पुलिस की भारी मौजूदगी के बीच उनकी बसों को रोका गया। वीडियो में वांगचुक को पुलिस अधिकारियों से बातचीत करते देखा जा सकता है।वहीं, अपनी पोस्ट में वांगचुक ने कहा कि दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की कई गाड़ियां उनकी बसों के साथ थीं। शुरुआत में उन्हें लगा कि उन्हें एस्कार्ट किया जा रहा है, लेकिन जैसे ही वे दिल्ली पहुंचे, उन्हें साफ हो गया कि उन्हें हिरासत में लिया जाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।