तथाकथित फर्जी एनकाउंटर पर गरमाई सियासत, एक्टर राजपाल यादव आ सकते हैं नोएडा
दारोगा की गोली से घायल जितेंद्र का फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा है।
नोएडा (जेएनएन)। दिल्ली से सटे नोएडा में तथाकथित फर्जी एनकाउंटर मामला गरमाता ही जा रहा है। पिछले तीन दिनों से पुलिस की गोली से घायल जिम ट्रेनर जितेंद्र को देखने के बहाने फोर्टिस अस्पताल में दिन भर विभिन्न पार्टियों के राजनेताओं का जमावड़ा लग रहा है। सूचना आ रही है कि अभिनेता राजपाल यादव भी जितेंद्र से मिलने मंगलवार को आ सकते हैं।
वहीं, सोमवार को सबसे पहले कांग्रेस नेता राजब्बर फोर्टिस पहुंचे उन्होंने परिजनों के साथ जमीन पर बैठकर घटना की पूरी जानकारी ली। इसके बाद सपा नेता नरेंद्र भाटी व राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जयंत चौधरी भी पहुंचे और परिजन से बातचीत की। सभी ने योगी सरकार को जमकर कोसा।
राजबब्बर ने कहा कि पिछले 10 माह में योगी सरकार ने 899 एनकाउंटर किए हैं। जितेंद्र का 900वां मामला है। इसमें अधिकांश मामले फर्जी रहे हैं। योगी सरकार और कोई काम नहीं कर रही, सिर्फ गोली चला रही है। अभी कुछ दिन पहले सुमित का भी फर्जी एनकाउंटर हुआ था। उसमें भी यही पुलिस अधिकारी शामिल था। यह पहले आठ महीने जेल भी जा चुका है। इसके बावजूद प्रमोशन दिया गया।
अभी कल स्थानीय भाजपा के एक नेता और मंत्री यहां आए थे और परिजन को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाकर गए, लेकिन परिजन बता रहे हैं कि जिस गाड़ी में जितेन्द्र उस वक्त थे वह अभी तक फोर्टिस में खड़ी थी। रात में बगैर परिजन को सूचना दिए पुलिस उसे उठा ले गई। ऐसे में सुबूत मिटाए जा सकते हैं। जितेन्द्र पर कोई मुकदमा नहीं था। यह रंजिश का मामला नहीं था। योगी सरकार फर्जी एनकाउंटर करा रही है। सभी जिम्मेदार पुलिस कर्मियों को सजा मिलनी चाहिए।
तथाकथित फर्जी एनकाउंटर में नया मोड़
जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव उर्फ डंबर को कथित आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए गोली मारने की घटना में सोमवार को नया मोड़ आ गया। जितेंद्र के चाचा कृपाल ने पुलिस से कहा कि वह घटना के वक्त वहां मौजूद नहीं थे, जबकि एक दिन पहले उनकी मौजूदगी का दावा किया जा रहा था। आरोपी ट्रेनी दारोगा विजय दर्शन को सोमवार को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एसएसपी लव कुमार ने घटना की जांच कोतवाली फेज तीन से हटाकर क्राइम ब्रांच को सौंपी है। कथित फर्जी एनकाउंटर में जख्मी हुए जितेंद्र की हालत में सुधार होने पर फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर से हटाकर सोमवार को आइसीयू वार्ड में शिफ्ट करा दिया।
जितेंद्र के भाई धर्मेंद्र ने चश्मदीदों पर बयान बदलने के लिए पुलिस द्वारा दबाव बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने घटना की सीबीआइ जांच की भी मांग की।
क्राइम ब्रांच करेगी 'फर्जी' एनकाउंटर की जांच
सेक्टर 122 में जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव उर्फ डंबर को ट्रेनी दारोगा विजय दर्शन द्वारा विवाद के बाद गोली मारने की घटना की जांच अब क्राइम ब्रांच की टीम करेगी। क्राइम ब्रांच में तैनात एक इंस्पेक्टर को जांच अधिकारी और एक सब इंस्पेक्टर को केस की जांच में सहयोग के लिए सह जांच अधिकारी बनाया जाएगा।
एसपी सिटी नोएडा अरुण कुमार सिंह की प्राथमिक रिपोर्ट के बाद एसएसपी लव कुमार ने केस की जांच फेज तीन पुलिस के बजाय क्राइम ब्रांच से कराने का निर्णय लिया है। एसएसपी लव कुमार ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट और सूचना के आधार पर पता लगा है कि पीड़ित परिवार के लोगों को स्थानीय पुलिस की जांच पर संदेह है।
हालांकि पीड़ित परिवार की तरफ से ऐसी कोई आपत्ति पुलिस में नहीं दर्ज कराई गई है। पुलिस अधीक्षक अपराध प्रीति बाला गुप्ता इस मामले में जांच की देखरेख करेंगी। मालूम हो कि अबतक ट्रेनी दारोगा द्वारा स्कार्पियो सवार जिम ट्रेनर को गोली मारने की घटना की जांच पर्थला चौकी प्रभारी राकेश बाबू कर रहे थे।
दारोगा की गोली से घायल जितेंद्र का फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा है। एसएसपी ने कहा कि घायल युवक की स्थिति में काफी सुधार है, लेकिन सोमवार देर शाम तक बयान दर्ज करने की स्थिति नहीं थी।
उम्मीद है कि स्थिति में और सुधार होगा और फिर डाक्टरों से बातचीत कर जांच अधिकारी घायल युवक का अस्पताल में ही बयान दर्ज कर सकेंगे।