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श्रद्धा वॉकर हत्याकांड के आरोपी आफताब को लॉरेंश बिश्नोई गैंग से खतरा, अलर्ट पर तिहाड़ जेल प्रशासन

श्रद्धा वॉकर हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान का खतरा है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने आफताब की सुरक्षा बढ़ा दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई गैंग आफताब को मारने की साजिश रच रहा है। जेल अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और आफताब की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं। आफताब ने 2022 में श्रद्धा की हत्या की थी।

By Agency Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 15 Nov 2024 09:02 PM (IST)
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लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है आफताब पूनावाला को खतरा।
एएनआई, नई दिल्ली। तिहाड़ जेल प्रशासन ने श्रद्धा वॉकर हत्याकांड के जेल में बंद आरोपी आफताब पूनावाला की सुरक्षा बढ़ा दी है। जेल प्रशासन ने शुक्रवार को मीडिया रिपोर्टों पर तत्काल संज्ञान लिया और आफताब पूनावाला के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। आरोपी आफताब वर्तमान में तिहाड़ जेल नंबर 4 में बंद है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई थी कि आफताब पूनावाला भी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के निशाने पर है।

जेल सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। हालांकि, तिहाड़ अधिकारी हालिया घटनाक्रम के मद्देनजर स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए शिव कुमार गौतम ने कथित तौर पर पुलिस को एक चौंकाने वाला बयान दिया है, जिसमें उसने आफताब पूनावाला को मारने का इरादा जाहिर किया। इसके अतिरिक्त, सूत्र इस बात की पुष्टि करते हैं कि आफताब अब लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के निशाने पर है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह जेल के भीतर उसकी हत्या की साजिश रच रहा है।

जेल अधिकारी हाई अलर्ट पर

बताया जाता है कि जेल अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि संभावित खतरे की जांच करते समय आफताब की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। इस बीच, 23 जुलाई को, साकेत जिला न्यायालय ने श्रद्धा वॉकर की हत्या के मामले को खारिज कर दिया और आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने अपने वकील को अपना बचाव तैयार करने के लिए उचित समय देने के लिए हर महीने केवल दो बार सुनवाई करने की मांग की थी। अदालत ने कहा कि आरोपी जानबूझकर मुकदमे में देरी करने की कोशिश कर रहा है।

18 मई 2022 को हुई थी श्रद्धा की हत्या

इसमें यह भी कहा गया कि जून 2023 से अभियोजन पक्ष के 212 गवाहों में से केवल 134 से पूछताछ की गई है। इसलिए, मुकदमे को शीघ्रता से समाप्त करने के लिए लगातार तारीखों की आवश्यकता है। बता दें, 18 मई, 2022 को महरौली इलाके में आफताब ने श्रद्धा वॉकर की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। उसके शरीर के हिस्सों को छतरपुर पहाड़ी इलाके के जंगल में फेंक दिया गया था। उन्हें नवंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने आफताब के खिलाफ हत्या और सबूतों को गायब करने के लिए आईपीसी की धारा 302 और 201 के तहत आरोप तय किए थे, जिसने खुद को दोषी नहीं बताया और मुकदमे का सामना करने का फैसला किया।

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