दिल्ली में फिर सीलिंग और तोड़फोड़ का दौर लौटने की आहट, कार्रवाई के दायरे में आ सकती हैं लाखों संपत्तियां
ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सर्किल में हुई घटना के बाद से प्रशासन एक्शन में है। अब फिर से राजधानी में फिर सीलिंग और तोड़फोड का दौर लौट सकता है। दक्षिणी दिल्ली में छत्तरपुर से लेकर वसंतकुंज समेत अन्य इलाकों का निरीक्षण कर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। गैर अधिसूचित सड़क पर हो रही व्यापारिक गतिविधियों और डीडीए फ्लैट के दुरुपयोग पर कार्रवाई हो सकती है।
निहाल सिंह, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में एक बार फिर से सीलिंग और तोड़फोड़ का दौर लौटने की आहट है। ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर बेसमेंट की घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग कमेटी ने कई आदेश जारी किए हैं। कमेटी ने वर्ष 2018 की तरह ही उन इलाकों का निरीक्षण शुरू कर दिया है, जहां मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन हो रहा है।
इसके तहत ही कमेटी ने छह अगस्त को दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर, चंद्रहोला, फतेहपुर बेरी, राजपुर खुर्द, असोला, लाड़ो सराय, भाटी माइंस समेत कई इलाकों में निरीक्षण कर अवैध निर्माण, अतिक्रमण और संपत्ति के दुरुपयोग को लेकर डीडीए, एमसीडी और राजस्व विभाग को कार्रवाई के आदेश जारी किए।
कमेटी ने 100 फुट रोड का किया निरीक्षण
साथ ही सभी विभागों से कार्रवाई की एक्शन टेकेन रिपोर्ट (एटीआर) भी मांगी है। दैनिक जागरण को मिले दस्तावेज के अनुसार कमेटी ने संत श्रीनागपाल मार्ग (100 फुट रोड) का निरीक्षण किया।कमेटी ने पाया कि यह गैरअधिसूचित रोड है। बावजूद इस मार्ग पर बहुतायत में व्यावसायिक गतिविधियां हो रही हैं। विभिन्न फ्लोर और बेसमेंट में यह गतिविधियां की जा रही हैं, जो कि मास्टर प्लान 2021 के साथ एकीकृत भवन निर्माण उप नियम 2016 का उल्लंघन है।
कमेटी ने डीडीए को दिए कार्रवाई के आदेश
इसलिए इन पर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही कमेटी ने कुतुबमीनार मेट्रो स्टेशन के पास एक संपत्ति में पत्थरों और नर्सरी की दुकानें चल रही है। कमेटी ने जब अधिकारियों से पूछा तो यह डीडीए की भूमि पाई गई। इस पर कमेटी ने डीडीए को कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
इसी तरह कमेटी ने छतरपुर मेन रोड से लेकर चंद्रहोला, फतेहपुर बेरी, राजपुर खुर्द, असोला और अन्य इलाकों में मार्बल बिक्री से लेकर फार्म हाउस, शादी के आयोजन के स्थल, होटल, गेस्ट हाउस और रिसॉर्ट चल रहे हैं।कमेटी ने अधिकारियों को ध्यान दिलाया कि इस इलाके में कई गतिविधियां संचालन की अनुमति नहीं है, बावजूद इसके यह गतिविधियां चल रही है। इस पर कमेटी ने डीडीए, दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग से लेकर एमसीडी उन संपत्तियों की पहचान के निर्देश दिए हैं जहां नियमों के खिलाफ गतिविधियां की जा रही हैं।
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