दिल्ली-एनसीआर के साथ पंजाब और हरियाणा में अलर्ट पर रेलवे, किसानों की चेतावनी के बाद उठाए कड़े कदम
कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रेल रोकने की भी चेतावनी दी है। इस बीच किसानों की इस चेतावनी के बाद रेल प्रशासन सतर्क हो गया है। पंजाब के साथ ही हरियाणा व दिल्ली-एनसीआर के साथ लगते इलाके में विशेष निगरानी रखी जा रही है।
By JP YadavEdited By: Updated: Sat, 12 Dec 2020 02:10 PM (IST)
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। 3 केंद्रीय कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर लगातार 17 दिनों से दिल्ली-यूपी और हरियाणा के बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी है। शनिवार को प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली-एनसीआर के तमाम टोल प्लाजा पर पहुंचकर उसे मुक्त करवा रहे हैं। यहां तक दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा हाई-वे भी बंद करने की तैयारी चल रही है। वहीं, कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रेल रोकने की भी चेतावनी दी है। इस बीच किसानों की इस चेतावनी के बाद रेल प्रशासन सतर्क हो गया है। पंजाब के साथ ही हरियाणा व दिल्ली-एनसीआर के साथ लगते इलाके में विशेष निगरानी रखी जा रही है।
रेलवे को अब तक हो चुका है कि 2200 करोड़ से ज्यादा का नुकसानबता दें कि पंजाब में किसानों ने 24 सितंबर से रेल परिचालन ठप कर दिया था। लगभग दो माह तक ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ियों का परिचालन भी बंद रहा था, जिससे रेलवे को 22 सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ था। यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा था। अब भी पंजाब की सभी ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हुआ है। कई ट्रेनें परिवर्तित रूट से चल रही हैं। कई अंबाला या दिल्ली से आगे नहीं चल रही हैं।
किसानों की चेतावनी से बढ़ी परेशानीवहीं, एक बार फिर से किसानों की चेतावनी से रेल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से निरंतर संपर्क रखा जा रहा है। जिला प्रशासन के साथ भी वहां के रेल अधिकारी संपर्क में हैं। ट्रैक की निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
रेलवे ने उठाए सुरक्षा के कड़े कदमरेलवे सुरक्षा बल के जवानों के साथ ही राज्य पुलिस के जवान मुस्तैदी से रेलवे संपत्ति की सुरक्षा कर रहे हैं। रेल यात्रियों की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।