Delhi: विवाद को लेकर अहमदिया जमात ने की स्मृति ईरानी की सराहना, कहा- समाज को भड़काने का हो रहा प्रयास
अहमदिया (कादियानी) जमात ने देश के कुछ मुस्लिम संगठनों और संस्थाओं द्वारा उसे गैर मुस्लिम घोषित करने के कृत्य की निंदा की है। बृहस्पतिवार को इस जमात द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उसके खिलाफ पैगंबर मोहम्मद व कलमा को लेकर झूठ व भ्रम फैलाया जा रहा है जबकि हर अहमदिया पूरे दिल से इस्लाम को मानता है।
By Nimish HemantEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Wed, 26 Jul 2023 11:01 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अहमदिया (कादियानी) जमात ने देश के कुछ मुस्लिम संगठनों और संस्थाओं द्वारा उसे गैर मुस्लिम घोषित करने के कृत्य की निंदा की है। साथ ही इस मामले में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति इरानी के हस्तक्षेप की सराहना करते हुए कहा है कि देश के संविधान के अनुसार हर इंसान को धार्मिक स्वतंत्रता है। इसलिए उसे इस्लाम के एक फिरके के रूप में मान्यता मिली हुई है, लेकिन कुछ संगठन और वक्फ बोर्ड द्वारा उनके धार्मिक अधिकार को छिनने की कार्रवाई की जाती है। यह सीधे तौर पर देश के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने तथा अहमदिया मुस्लिम समाज के खिलाफ समाज को भड़काने का प्रयास है।
क्या है विवाद ?
कुछ दिन पहले आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड द्वारा एक धार्मिक संस्था के फतवे के आधार पर अहमदिया जमात को गैर मुस्लिम घोषित किया गया है, जिसपर अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति इरानी ने संज्ञान लेते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि कैसे संवैधानिक संस्था किसी जमात को इस्लाम से बाहर करने का निर्णय ले सकती है? जबकि मंगलवार को इस मामले में कूदते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने वक्फ बोर्ड का पक्ष लेते हुए अहमदिया को इस्लाम का दुश्मन बता दिया है।
बृहस्पतिवार को इस जमात द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उसके खिलाफ पैगंबर मोहम्मद व कलमा को लेकर झूठ व भ्रम फैलाया जा रहा है, जबकि हर अहमदिया पूरे दिल से इस्लाम को मानता है।
रिपोर्ट इनपुट- नेमिष हेमंत
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।