रातों की नींद है गायब तो आयुर्वेद एम्स में कराएं इलाज, बिना दवाईयों के समस्या से मिलेगा छुटकारा
एम्स आयुर्वेद अस्पताल दिल्ली में अब नींद से जुड़ी बीमारियों की जांच और इलाज सस्ती दरों पर होगा। पॉली सोनोग्राफी यूनिट की स्थापना के साथ मरीजों को अब निजी अस्पतालों में मंहगी जांच के लिए नहीं जाना पड़ेगा। यहां पर न्यूनतम दरों पर आसानी से नींद से जुड़े मरीजों की जांच होगी। आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से बिना दवाओं के भी मरीजों का इलाज किया जाएगा।
रातभर अध्ययन के बाद मरीज की होगी जांच
इस यूनिट में नींद की बीमारी की जांच रातभर के अध्ययन के बाद होगी। मरीज पर मशीन से जुड़े कई तार लगाए जाते हैं। जब मरीज सो जाता है तो उसकी हर गतिविधियों की नाइट विजन कैमरे से रिकार्डिंग होती है। इस दौरान मरीज के ऑक्सीजन, सांस की गति, खर्राटे की गति व ध्वनि, सांस लेने के दौरान गर्म हवा ग्रहण करने की जांच होती है।निजी अस्पताल वसूलते हैं 18 से 20 हजार रुपये
बिना दवाईयों से होगा बीमारी का उपचार
एआईआईए के डाक्टरों का प्रयास है कि पाली सोनोग्राफी के बाद बिना दवाईयों से मरीज का उपचार किया जा सके। मरीज को आयुर्वेद उपचार के माध्यम से ठीक करने का प्रयास किया जाएगा। मरीज की रिपोर्ट के आधार पर उसे बताया जाएगा कि उसे कैसे और कब सोना है। यदि दवाईयों की जरूरत पड़ेगी तो उसे आयुर्वेद औषधि ही दी जाएंगी।संस्थान में पाली सोनोग्राफी यूनिट को बहुत जल्द शुरू कर दिया जाएगा। यहां पर न्यूनतम दरों पर आसानी से नींद से जुड़े मरीजों की जांच होगी। दरों को तय करने के लिए विचार-विमर्श किया जा रहा है। - डॉ. तनुजा नेसारी, निदेशक, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान
पाली सोनोग्राफी यूनिट शुरू होने से अनिंद्रा के मरीजों को जांच के लिए निजी अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा। वह सस्ती दरों पर आयुर्वेद के तहत अपना उपचार करा सकेंगे। - डॉ. मीरा के भोजानी, एडिशनल प्रोफेसर, क्रिया शरीर विभाग