AIIMS: अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर से बेहतर होगा मरीजों का इलाज, अगले महीने तक होगा काम पूरा
एम्स में नवनिर्मित सर्जिकल ब्लॉक में अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर (ओटी) बनाने का काम अगले माह पूरा हो जाएगा। इसके बाद सर्जिकल ब्लॉक संचालन के लिए तैयार हो जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। AIIMS: नए साल से एम्स में सुविधाएं और बेहतर होने वाली हैं। लोगों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा। मरीजों को काफी सहूलियत होगी। एम्स में नवनिर्मित सर्जिकल ब्लॉक में अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर (ओटी) बनाने का काम अगले माह पूरा हो जाएगा। इसके बाद सर्जिकल ब्लॉक संचालन के लिए तैयार हो जाएगा। साथ ही अगले माह नए ओपीडी ब्लॉक को भी शुरू करने का रास्ता साफ हो जाएगा। इसके बाद अगले कुछ माह में सर्जिकल ब्लॉक में भी इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी। इससे एम्स में सर्जरी के लिए इंतजार कर रहे मरीजों को राहत मिलेगी।
हर दिन 13 हजार लोग आते हैं इलाज कराने
एम्स में प्रतिदिन करीब 13 हजार लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं। इस वजह से संस्थान में मरीजों का भारी दबाव है। मरीजों को सर्जरी के लिए लंबी तारीख दी जाती हैं। किडनी खराब होने की बीमारी से पीड़ित मरीजों को एक साल तक प्रत्यारोपण के लिए इंतजार करना पड़ता है।
एम्स के विस्तार परियोजना पर चल रहा काम
इसके मद्देनजर एम्स के विस्तार की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इसी क्रम में सबसे पहले फरवरी 2014 में एम्स में सर्जिकल ब्लॉक और मातृ-शिशु ब्लॉक का निर्माण शुरू किया गया था। सर्जिकल ब्लॉक की क्षमता 200 बेड की होगी। इसमें वर्ष 2016 में चिकित्सा सुविधा शुरू करने का लक्ष्य था। लंबे समय से इसका भवन बनकर तैयार भी है, फिर भी इसे शुरू नहीं किया जा सका है। इस ब्लॉक में 12 ओटी की सुविधा होगी। पहले इसमें साधारण ओटी बनाया गया था। इसमें कई और खामियां पाई गई थीं, जिससे डॉक्टर खुश नहीं थे।
खामी के बाद मॉड्यूलर ओटी बनाने का फैसला
इसके बाद एम्स ने मॉड्यूलर ओटी बनाने का फैसला किया। इसमें देरी के कारण सर्जिकल ब्लॉक को अब तक शुरू नहीं किया जा सका। परियोजना से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि 26 जनवरी तक मॉड्यूलर ओटी बन जाएंगे। इस ब्लॉक के लिए चिकित्सा उपकरण भी खरीदे जा चुके हैं। इसलिए जनवरी के बाद सर्जिकल ब्लॉक शुरू होने की उम्मीद है।
सर्जिकल ब्लॉक के नजदीक ही ओपीडी ब्लॉक का निर्माण
सर्जिकल ब्लॉक के नजदीक ही ओपीडी ब्लॉक का निर्माण किया गया है। इसे अगस्त में ही शुरू करने का लक्ष्य था, लेकिन तकनीकी कारणों से उस वक्त इसमें इलाज शुरू नहीं हो सका। इस ब्लॉक के अंदरूनी हिस्से में कुछ बदलाव किया जा रहा है। यह काम भी अगले माह पूरा हो जाएगा। फायर विभाग व नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) से इस ब्लॉक को अनापत्ति प्रमाण पत्र भी मिल चुका है।