Delhi AIIMS के एम्स ट्रामा सेंटर का होगा विस्तार, हादसा पीड़ितों का आसान होगा इलाज; बेड क्षमता 500 से होगी ज्यादा
एम्स ट्रामा सेंटर में हादसा पीड़ितों के इलाज की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए विस्तार की योजना बनाई गई है। नए ब्लॉक के निर्माण से बेड क्षमता 500 से अधिक हो जाएगी जिससे मरीजों को बेहतर और समय पर इलाज मिल सकेगा। इस विस्तार से हादसा पीड़ितों को दूसरे अस्पतालों में रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उन्हें बेहतर इलाज मिल पाएगी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। एम्स ट्रामा सेंटर में हादसा पीड़ित मरीजों के इलाज का दबाव ज्यादा है। इसके मद्देनजर एम्स ट्रामा सेंटर का विस्तार किया जाएगा। इसलिए ट्रामा सेंटर में एक नया ब्लॉक बनेगा। इस परियोजना को एम्स के स्थायी वित्त समिति से स्वीकृति मिल चुकी है। अब एम्स के गवर्निंग बॉडी से स्वीकृति का इंतजार है।
गवर्निंग बॉडी से स्वीकृति मिलने के बाद एम्स प्रशासन ने इसे स्वीकृति के लिए फाइल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजेगा। उम्मीद है कि योजना की स्वीकृति से संबंधित आवश्यक कार्रवाई जल्दी पूरी हो जाएगी। इसके बाद निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। ट्रामा सेंटर का विस्तार होने पर हादसा पीड़ितों का इलाज आसान होगा।
ट्रामा सेंटर की ओपीडी में 60,430 मरीज देखे गए
मौजूदा समय में एम्स ट्रामा सेंटर में 259 बेड है। वर्ष 2022-23 में ट्रामा सेंटर की ओपीडी में 60,430 मरीज देखे गए। 7,515 मरीज भर्ती हुए व 8,001 मरीजों का प्रोसीजर हुआ था। डॉक्टर बताते हैं कि ट्रामा सेंटर में प्रतिदिन 150-175 नए हादसा पीड़ित इलाज के लिए पहुंचते हैं। मरीजों का दबाव अधिक होने के कारण हादसा पीड़ितों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ता है।ट्रामा सेंटर में एक नया ब्लॉक बनाने का प्रस्ताव
ट्रामा सेंटर के प्रमुख डॉ. कमरान फारूकी ने बताया कि मरीजों का दबाव अधिक होने से बहुत मरीजों को बेड नहीं मिल पाता। इस वजह से कई हादसा पीड़ितों को दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित करना पड़ता है। इसके मद्देनजर ट्रामा सेंटर में एक नया ब्लॉक बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। ट्रामा सेंटर के वर्तमान ब्लॉक के सामने खाली जगह में आठ मंजिले ब्लॉक का निर्माण होगा।
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