Air Pollution: एक हफ्ते में दिल्ली-NCR में यूपी, पंजाब और हरियाणा से आने वाली है 'आसामानी आफत'
Air Pollution सीएक्यूएम केंद्र एवं राज्य सरकारों सहित तमाम एजेंसियों की कवायद के बावजूद पराली जलाने की घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है।सीएक्यूएम ने पंजाब हरियाणा और उप्र सरकार से पराली प्रबंधन के लिए प्रभावी एवं कारगर कार्ययोजना तैयार करने एवं कार्रवाई की रिपोर्ट भी तलब की है।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Mon, 19 Sep 2022 11:24 PM (IST)
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। सर्दी ने भले ही अभी तक दस्तक नहीं दी है, लेकिन सप्ताह भर में वायु प्रदूषण के कारण राजधानी का दम घुटने लगेगा, क्योंकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाई जाने लगी है। तीनों राज्यों में सोमवार तक पराली जलाने के 104 मामले सामने आ चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हफ्ते भर में इसका धुआं भी यहां पहुंचने लगेगा। अभी तक पराली जलाने के मामले अक्टूबर में शुरू होते थे, इस वर्ष यह सिलसिला सितंबर में ही शुरू हो गया है।
तमाम कोशिश के बावजूद नहीं रुक रही पराली जलाने की घटनाएं
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम), केंद्र एवं राज्य सरकारों सहित तमाम एजेंसियों की कवायद के बावजूद पराली जलाने की घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है। इस बार तो सीएक्यूएम ने पंजाब, हरियाणा और उप्र सरकार से पराली प्रबंधन के लिए प्रभावी एवं कारगर कार्ययोजना तैयार करने के साथ ही इस संबंध में हर हफ्ते की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी देने के लिए कहा है।
पंजाब में सबसे ज्यादा मामले
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आइएआरआइ) के रियल टाइम मानीटरिंग सिस्टम के मुताबिक सितंबर से ही तीनों राज्यों में पराली जलाना शुरू है। सर्वाधिक मामले पंजाब में सामने आ रहे हैं और तेजी से बढ़ भी रहे हैं। 19 सितंबर तक पंजाब में पराली जलाने की 83 घटनाएं, तो हरियाणा में 15 और उप्र में छह मामले सामने आए हैं। चार दिन में यह मामले तेजी से बढ़े हैं। आंकड़े बताते हैं कि हरियाणा और उप्र में इस संबंध में कुछ रोकथाम नजर आती है, लेकिन पंजाब में ऐसी घटनाएं काबू में आती नजर नहीं आ रही हैं।27 से 28 सितंबर को मानूसन दिल्ली से होगा विदा
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने बताया कि 27 से 28 सितंबर तक मानसून दिल्ली से विदा हो जाएगा। हवा की दिशा भी उत्तर-पश्चिमी हो जाएगी। यह हवा जम्मू-कश्मीर की तरफ से आती है, जिसके साथ ठंड और पराली का धुआं भी राजधानी पहुंचने लगता है। मौसमी परिस्थितियों के कारण दिल्ली- एनसीआर की हवा तो सोमवार को बिगड़ गई है और जल्द ही यह खराब से बहुत खराब की श्रेणी में भी पहुंच सकती है। ऐसे में पराली का धुआं आने के बाद दम घुटना भी तय है।
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