Delhi: पुस्तक विमोचन में बोले केंद्रीय मंत्री- गांव के लिए सबसे ज्यादा योजनाएं मोदी सरकार में बनीं
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने डॉ. विष्णु मित्तल की पुस्तक ऐसे थे भारत के गांव का लोकार्पण किया। इस पुस्तक के माध्यम से लेखक ने गांवों की धरोहर और भारत की देशज ज्ञान परंपरा को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है।
By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 02 Oct 2022 09:05 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि गांव के लिए सबसे ज्यादा योजनाएं मोदी सरकार में बनी हैं और इसका सीधा लाभ आम जनता को मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समस्याओं के समाधान में यकीन करते हैं। पीयूष गोयल दिल्ली में डॉक्टर विष्णु मित्तल द्वारा लिखी गई पुस्तक 'ऐसे थे भारत के गांव; के विमोचन में पहुंचे थे।
गोयल ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी पहले के प्रधानमंत्री की तरह नही हैं, जो यह कहकर हाथ खड़े कर देते थे कि सौ रुपये भेजते हैं तो नीचे तक पंद्रह रुपये ही पहुंचते हैं। बल्कि पीएम मोदी जो भेजते हैं, वह 100 प्रतिशत नीचे तक पहुंचता है।
25 लाख करोड़ रुपये का मिलता है लाभ
उन्होंने कहा कि आज मोदी सरकार में 25 लाख करोड़ रुपये देश के गरीब, जरूरतमंद तक विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के तहत सीधे उनके खातों तक पहुंचे हैं। गांधी स्मृति के सत्याग्रह मंडप में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, प्रख्यात पत्रकार राम बहादुर राय, सांसद रमेश विधूड़ी, बिजेंद्र गुप्ता सहित कई अतिथि मौजूद थे।
'घोषणाओं को करते हैं पूरा'पीयूष गोयल ने कहा कि पीएम मोदी आज योजनाओं की घोषणा ही नहीं करते बल्कि उनको अमल में लाना भी सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा कि गांव पर लिखी गई डॉक्टर विष्णु मित्तल की पुस्तक हम जैसे लोगों के लिए बहुत लाभदायक है, जिनका जन्म गांव में हुआ और अधिकांश जीवन शहरों में बीता है।प्रख्यात पत्रकार राम बहादुर राय ने कहा देश के ग्रामीण और पंचायत मंत्रियों को यह पुस्तक पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी होते तो उन्हें भी बहुत प्रसन्नता होती।
किताब का किया लोकार्पण केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने डॉ. विष्णु मित्तल की पुस्तक 'ऐसे थे भारत के गांव' का लोकार्पण किया। इस पुस्तक के माध्यम से लेखक ने गांवों की धरोहर और भारत की देशज ज्ञान परंपरा को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है।केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पुस्तक के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि गांव हमारी जिंदगी की ऐसी धरोहर हैं, जिन्हें शहर का हर व्यक्ति शिद्दत से याद करता है और जिंदगी की भागदौड़ से जब भी उसे थोड़ा सा वक्त मिलता है तो वह अपने गांव की ओर लौटने की ख्वाहिश रखता है।
विशिष्ट अतिथि, वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने गांव से जुड़े महत्वपूर्ण और अनछुए विषय को उठाने के लिए पुस्तक के लेखक डॉ. विष्णु मित्तल की तारीफ की और उम्मीद जतायी कि यह पुस्तक ऐसे हर व्यक्ति की आवाज बनेगी, जो अपने गांव की धरोहर, परंपराओं और जीवन शैली को संजों कर रखना चाहता है। इस अवसर पर प्रभात प्रकाशन के निदेशक, प्रभात कुमार और पीयूष कुमार, समेत साहित्य और सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े कई उपस्थित रहे।
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