Jantar Mantar News: असमंजस समाप्त, अब लाल रंग के होंगे दिल्ली में बने जंतर मंतर के सभी यंत्र
Jantar Mantar News पिछले कई सालों से चल रही असमंजस की स्थिति के बाद अब जंतर मंतर के सभी यंत्रों का रंग लाल किया जाएगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने अब इस बारे में फैसला ले लिया है।
By Jp YadavEdited By: Updated: Mon, 14 Feb 2022 08:52 AM (IST)
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। पिछले कई सालों से चल रही असमंजस की स्थिति के बाद अब जंतर मंतर के सभी यंत्रों का रंग लाल किया जाएगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने अब इस बारे में फैसला ले लिया है।एएसआइ ने जंतर मंतर के प्रमुख यंत्र मिश्र यंत्र का संरक्षण कार्य पूरा करने के बाद इस लाल रंग करके इसकी शुरुआत कर दी है। एएसआइ के एक अधिकारी ने बताया कि मिश्र का संरक्षण का कार्य वर्ष 2019-20 में पूरा कर लिया गया था। लेकिन यंत्र के वास्तविक रंग देने को लेकर असमंजस की स्थिति थी। जिसको लेकर इतिहास से जुड़े दस्तावेज देखे गए। जिसके बाद फिर लाल रंग करने का निर्णय लिया गया।
बता दें कि पहले भी इसी रंग को यंत्र के ऊपर किया गया था। संरक्षण के अभाव में यंत्र लंबे समय से उपेक्षित था। स्मारकों के रंग को लेकर विवाद 2010 में शुरू हुआ था। उस समय एएसआइ के दिल्ली मंडल के अधीक्षण पुरातत्वविद डा. के के मोहम्मद ने फैसला लेकर लालकिला के नौबतखाना पर सफेद रंग करा दिया था। उन्होंने दावा किया था कि नौबतखाना का रंग पूर्व में सफेद ही था। उसी समय यह बात भी कई गई थी कि जंतर मंतर के यंत्रों का रंग भी पूर्व में सफेद था। कुछ इतिहाकारों ने इसका विरोध किया था, जिसके बाद इस कार्य को आगे नहीं बढ़ाया गया था।
2010 के बाद से जंतर मंतर के किसी यंत्र पर रंग नहीं कराया गया। इससे पहले 2017 में यहां सम्राट यंत्र का भी संरक्षण कार्य कराया गया था।मगर फैसला नहीं हो सका था इस पर कौन सा रंग कराया जाए। उस समय इसके ऊपर चूना प्लास्टर किया गया था, जिससे इसका रंग क्रीम का हो गया है। मिश्र यंत्रमिश्र यंत्र का प्रयोग वर्ष के सबसे बड़े और छोटे दिन मापने सहित कई महत्वपूर्ण चीजों के लिए किया जाता है। यह यंत्र पांच भागों में बंटा है। जिसमें दक्षिणोत्तर भित्ति यंत्र, सम्राट यंत्र, नियत चक्र यंत्र, कर्क राशि वलय यंत्र और पश्चिमी वृत्तपाद् हैं। मिश्र यंत्र की दक्षिणोवृत्ति पूर्वी दीवार पर अर्धवृत्ताकार रूप है। इसका प्रयोग आकाशीय पिंडों की ऊंचाई मापने के लिए किया जाता है, साथ ही सूर्य के ताप को मापने के लिए भी इस यंत्र को सर्वोत्तम बताया गया है। इसके अलावा यहां पर जयप्रकाश यंत्र, राम यंत्र व षष्ठ यंत्र भी हैं।
जानिये- जतंर-मंतर के बारे मेंजंतर मंतर नई दिल्ली में स्थित है। इस स्थल को जयपुर के महाराजा जय सिंह ने सन 1723 से बनाया था। इसको बनाने का लक्ष्य वेधशाला का प्राथमिक उद्देश्य खगोलीय तालिकाओं का संकलन, और सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों के समय और चाल की भविष्यवाणी करना था। इसमें राम यंत्र, सम्राट यंत्र, जय प्रकाश यंत्र और मिश्र यंत्र जंतर मंतर के विशिष्ट उपकरण मौजूद हैं।
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