Delhi Meerut Expressway: 1 अप्रैल से दिल्ली से मेरठ सिर्फ 60 मिनट में, जानिये- फिलहाल क्यों नहीं देना होगा टोल टैक्स
Delhi Meerut Expressway एक अप्रैल यानी बृहस्पितवार से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे चालू कर दिया जाएगा जिसके बाद दिल्ली से मेरठ गाजियाबाद हापुड़ शामली मुजफ्फर के साथ उत्तराखंड के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे। अगले कुछ दिनों के दौरान लोगों को सफर के लिए टोल भी देना होगा।
By Jp YadavEdited By: Updated: Wed, 31 Mar 2021 12:22 PM (IST)
नई दिल्ली/गाजियाबाद, ऑनलाइन डेस्क। राजधानी दिल्ली से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दर्जनभर जिलों के बीच का सफर एक अप्रैल से आसान होने वाला है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की ओर से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रस-वे को शुरू करने की मंजूरी मिलने के बाद इसे एक अप्रैल से खोल दिया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को इसे ट्रायल के लिए खोला गया, लेकिन औपचारिक रूप से एक अप्रैल से ही इस पर वाहन फर्राटा भर सकेंगे। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि अब दिल्ली से वाहन मेरठ 60 मिनट में और गाजियाबाद से मेरठ 30 मिनट में पहुंच जाएंगे।
जब यह तय हो गया है कि एक अप्रैल से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे चालू कर दिया जाएगा, जिसके बाद दिल्ली से मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, शामली, मुजफ्फर के साथ उत्तराखंड के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे। कुल मिलाकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पश्चिम यूपी और उत्तराखंड की कनेक्टिविटी के लिहाज से एक्सप्रेसवे महत्वपूर्ण साबित होगा। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, 31 मार्च ट्रायल होगा और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की शुरुआत के अगले दिन यानी एक अप्रैल से टोल वसूली भी शुरू हो जाएगी। वैसे अभी टोल दरें निर्धारित नहीं की गई हैं। संभव है इसमें 3-4 दिन का समय लग जाए, तब तक इस पर मुफ्त सफर रहेगा।
मुदित गर्ग (परियोजना निदेशक, एनएचएआइ) का कहना है कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे को मंगलवार देर शाम को ट्रायल के लिए खोल दिया गया। पूरी तरीके से पब्लिक के लिए इस एक्सप्रेस-वे को 1 अप्रैल की सुबह 7:00 बजे चालू कर दिया जाएगा।
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फिलहाल टोल की दरें निर्धारित न होने की वजह से इस एक्सप्रेस वे पर चलने वाले वाहनों से टोल नहीं लिया जाएगा। जैसे ही टोल की दरें निर्धारित हो जाएंगी टोल की वसूली भी शुरू कर दी जाएगी। टोल की वसूली अत्याधुनिक तकनीकी के आधार पर की जाएगी।
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दिल्ली से मेरठ सिर्फ 60 मिनट में
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चाल होते ही मेरठ से राजधानी दिल्ली का सफर सिर्फ 60 मिनट में तय होगा। सबसे अच्छी बात तो यह है कि बीच में कहीं भी जाम या फिर रेड लाइट का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। बता दें कि मेरठ से बड़ी संख्या में लोग जॉब के सिलसिले में गाजियाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा और दिल्ली आते हैं। ऐसे में हजारों लोगों का समय बचेगा और जाम से भी राहत मिलेगी।
गाजियाबाद से मेरठ का सफर सिर्फ 30 मिनट मेंगाजियाबाद के लोग भी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चाले होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इसके बाद शहर के लोग मेरठ सिर्फ 30 मिनट में पहुंच सकेंगे, वह भी बिना किसी जाम का सामना किए। बता दें कि इन दिनों रैपिड मेट्रो रेल का काम चल रहा है, ऐसे में दिल्ली से मेरठ जाने वालों को जाम का सामना करना पड़ता। ऐसे में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चालू होने से यात्रियों का समय बचेगा।
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- 60 मिनट में पहुंचेंगे मेरठ से दिल्ली।
- डिस्प्ले पर देख सकेंगे आप कितनी गति से चला रहे हैं वाहन।
- नियम तोड़ने पर ट्रैफिक पुलिस काटेगी चालान
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 80 और 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ सकेंगे वाहन
- 8 से 10 किमी की दूरी पर एक्सप्रेसवे की प्रत्येक लेन के ऊपर डिस्प्ले लगाई गई, जिस पर चलते हुए वाहन की गति (योर स्पीड) को देख सकेंगे।
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए डासना में पांच-पांच लेन उपलब्ध होंगी।
- एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ पांच-पांच लेने के टोल बूथ बनाए गए है, लेकिन टोल बूथों के बीच में करीब 100 मीटर का अंतर रखा गया है।
- डासना से मेरठ तक एक्सप्रेसवे के चौथे चरण में 72 कैमरे लगाए गए हैं।
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को कुशलिया में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से इंटरचेंज बनाकर जोड़ा गया है। इस इंटरचेंज पर भी टोल बूथ बनाए गए हैं।
- एक्सप्रेस-वे के चरण संख्या-चार यानी मेरठ से डासना के 32 किमी खंड पर मेरठ के काशी गांव में 19 बूथों का टोल प्लाजा बनाया गया है।
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